मुंबई: बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शनिवार को कम-से-कम 100 रेस्तरां और पब के अवैध ढांचों को गिरा दिया. एक पब में लगी आग में 14 लोगों की मौत के एक दिन बाद ये कार्रवाई की गई है. एक अधिकारी ने बताया कि बीएमसी ने बृहत तौर पर अभियान चलाते हुए दोपहर तक कम-से-कम 100 रेस्तरां और पबों के अवैध और अनधिकृत ढांचों को ध्वस्त कर दिया. उन्होंने बताया कि नगर निकाय के कम-से-कम एक हजार अधिकारियों और कर्मचारियों ने यह अभियान चलाया.


बीएमसी के एक प्रवक्ता राम दोतोंडे ने बताया, ‘‘मध्य मुंबई के साथ-साथ मलाड और मुलुंड उपनगरीय इलाकों तक के अनधिकृत होटलों और रेस्तरां में कार्रवाई की जा रही है.’’ अधिकारी ने बताया कि दक्षिण मुंबई के पुलिस मुख्यालय के सामने स्थित लोकप्रिय जाफरान होटल के एक बड़े हिस्से को तोड़ दिया गया. उन्होंने बताया, ‘‘मुंबई में 24 वार्ड हैं और सभी वार्डों में तीन टीमें रेस्तरां, पब और भोजनालय की जांच कर रही हैं. सभी टीम में दस सदस्य हैं, जिनमें स्वास्थ्य और प्रशासनिक अधिकारी और निरीक्षक शामिल हैं.’’ दोतोंडे ने बताया कि टीम अनधिकृत ढांचों को देखते ही उसे गिरा दे रहे हैं.


महानगरपालिका प्रशासन ने सभी कर्मियों को ड्यूटी पर रहने को कहा है. कई विभागों के कर्मियों की छुट्टी और साप्ताहिक छुट्टी को रद्द कर दिया गया है और उन्हें रेस्तरां और पबों की विस्तृत सूची दी गई है, जहां प्रारंभिक जांच के दौरान उल्लंघन पाये गए थे. निकाय प्रमुख अजय मेहता ने सभी सहायक नगरपालिका आयुक्तों और बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के उपायुक्तों को भेजे अपने संदेश में कहा कि सभी क्षेत्रीय उपायुक्त और वार्ड अधिकारियों से अनुरोध किया जाता है कि वे भवन और फैक्टरी विभागों के कर्मचारियों, चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी और दमकल विभाग के कर्मचारियों को मिलाकर एक टीम का गठन करें.


संदेश में कहा गया है कि यह दल सभी रेस्त्रां में अपने संबंधित वार्डों का निरीक्षण करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि वहां आग लगने से बचने के पुख्ता इंतजाम हैं या नहीं. इसमें कहा गया है कि परिसरों में आग लगने पर बचकर निकलने के लिये मार्ग, सीढ़ियां होनी चाहिएं और यह भी सुनिश्चित होना चाहिए कि यह जगह अतिक्रमण से मुक्त हो.


मुंबई निकाय संस्था ने जी-साउथ वार्ड से संबद्ध कर्मचारियों सहित पांच अधिकारियों को ड्यूटी में लापरवाही बरतने के कारण कल निलंबित कर दिया था. इस तरह के आरोप लगते रहे हैं कि निकाय के अधिकारी निर्माण से जुड़ी अनियमितताओं और आग से जुड़े सुरक्षा नियमों पर आंखें मूंदे रहते हैं. मुंबई के महापौर विश्वनाथ महादेश्वर ने कहा था कि इस संबंध में जांच के आदेश दे दिये गये हैं और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जायेगी.


निकाय प्रशासन ने इस अग्निकांड के बाद कम-से-कम पांच भोजनालयों के खिलाफ कार्रवाई की है. फायर ब्रिगेड के एक अधिकारी ने कहा कि वे इस बात का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि आग असल में किस वजह से लगी. इसी बीच एक वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि ‘ए एबव’ पब के सह-मालिकों हितेश सांघवी और जिगर सांघवी के खिलाफ आज लुकआउट नोटिस जारी किया गया है.


इससे पहले कल पुलिस ने सांघवी बंधुओं, एक अन्य सह मालिक अभिजीत मनका और अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था. इस भीषण आग में 14 लोगों की जान चली गयी थी और 21 लोग जख्मी हो गए थे. मृतकों में खुशबू बंसाली भी थीं, जिनके 29वें जन्मदिन पर वहां पार्टी का आयोजन किया जा रहा था.