BMC चुनाव: 'मुंबई मा जलेबी ने फाफड़ा, उद्धध ठाकरे आपडा'- इस टैगलाइन के साथ शिवसेना ने शुरू की गुजरती वोटर्स को रिझाने की कवायद
पिछले 30 सालों से बीएमसी की सत्ता पर बैठी शिवसेना इस बात को अच्छी तरह समझती है. बीएमसी की 227 सीटों में से करीब 50-52 सीटों पर गुजराती मतदाता निर्णायक भूमिका अदा करतें हैं.
'मुंबई मा जलेबी ने फाफड़ा, उद्धध ठाकरे आपडा' बीएमसी चुनाव से पहले इस टैगलाइन के साथ शिवसेना ने मुंबई के गुजरती वोटर्स को रिझाने की कवायद शुरू कर दी है. इस कड़ी में मुंबई के जोगेश्वरी इलाके में रविवार यानी 10 जनवरी को गुजरती समाज का सम्मेलन आयोजन किया है, जिसमें गुजरती समाज के मुंबई के कई प्रमुख लोग हिस्सा लेंगे.
पिछले 30 सालों से बीएमसी की सत्ता पर बैठी शिवसेना इस बात को अच्छी तरह समझती है. बीएमसी की 227 सीटों में से करीब 50-52 सीटों पर गुजराती मतदाता निर्णायक भूमिका अदा करतें हैं. शिवसेना बात को अच्छी तरह जानती है कि गुजरती वोटर्स का ज़्यादा झुकाव बीजेपी की तरफ है, लेकिन अगर थोड़ा वोट भी शिफ़्ट हुआ तो इसका फ़ायदा उन्हें चुनाव में होगा. शायद यही वजह है कि पार्टी ने अभी से अपनी गुजरती मतदाताओं को रिझाने के लिए अभियान शुरू कर दिया है.
2017 में बीएमसी चुनाव में शिवसेना और बीजेपी ने महाराष्ट्र सरकार में साथ होने के बाद भी बीएमसी चुनाव अपने दम पर लड़ा. बीएमसी में 20 साल से ज़्यादा वक्त तक शिवसेना और बीजेपी ने साथ मिलकर राज किया. 2017 के चुनाव में अलग लड़ बीजेपी शिवसेना के मुक़ाबले केवल 2 सीटें कम जीत सकी, लेकिन BJP ने मुंबई में अपनी ताकत बहुत बढ़ाई.
बीएमसी में किसके पास कितनी सीटें
शिवसेना - 97 (82 जीते थे, बाद में MNS के व निर्दलीय जुड़ गए ) बीजेपी- 82 कंग्रेस- 30 एनसीपी- 9 एसपी- 6 एमआयएम- 2 एमएनएस- 1
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