मुंबईः आगामी बीएमसी चुनाव से पहले अलग-अलग समुदायों की लामबंदी का सिलसिला शुरू हो गया है. आज मुंबई के अंधेरी इलाके में उत्तर भारतीय समाज के अलग-अलग दलों के नेताओं का सम्मेलन हुआ. परिवर्तन नाम के एक नए संगठन की स्थापना हुई इस सम्मेलन में आए नेताओं ने तय किया है कि आगामी बीएमसी चुनाव में इस बार मुंबई मेयर उत्तर भारतीय समाज ही चुनेगा. अंधेरी के एक प्रांगण में महाराष्ट्र के तकरीबन सभी राजनीतिक दलों में सक्रिय तौर पर भागीदारी निभाने वाला राजनेता आज इकट्ठा हुए. इस मजलिस का उद्देश्य मुंबई में उत्तर भारतीयों को लामबंद करना है. कभी कांग्रेस सरकार में कद्दावर पदों पर रहे कृपाशंकर सिंह के आवाहन पर यह बैठक बुलाई गई थी.


बैठक में शामिल लोगों ने मिलकर नए संगठन बनाने की तैयारी की है. इस संगठन का नाम रखा गया है परिवर्तन. बैठक में कृपाशंकर सिंह के साथ उत्तर भारतीयों के एक दूसरे नेता जो एनसीपी की राजनीति में सक्रिय हैं. रमेश दुबे शिवसेना में सक्रिय आनंद दुबे बीजेपी में सक्रिय अनुराग समेत तमाम नेता भी मौजूद रहे. सब ने बार-बार आवाहन किया उत्तर भारतीय मुंबई में केंद्रीय भूमिका में आएगा.


उन्होंने कहा कि मुंबई में उत्तर भारतीय किराएदार नहीं बल्कि भागीदार बनकर भागीदारी निभाएं. उत्तर भारतीय लोगों ने इस कार्यक्रम में मुंबई और महाराष्ट्र को अपनी भविष्य संवारने की कृतज्ञता जताई. समापन पर नेताओं ने तय किया कि वह पूरी कोशिश करेंगे कि इस बार मुंबई का मेयर और मुंबई की बीएमसी की राजनीति में उनका समाज केंद्रीय भूमिका निभाएं.


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