ED Action on Khichdi Scam: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बीएमसी कोविड सेंटर खिचड़ी घोटाला मामले में आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण को गिरफ्तार किया है. यह घोटाला कुल 6.7 करोड़ रुपये का था. जिसमें मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने मामला दर्ज किया था. इस मामले में कुल 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था. बाद में इसी एफआईआर को ईडी ने आधार बनाते हुए प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत कार्रवाई शुरू की थी.
उम्मीद है कि सूरज चव्हाण गुरुवार (18 जनवरी) को स्थानीय अदालत के सामने पेश किया जाएगा. अक्टूबर 2023 में ईडी ने इस केस से जुड़े आरोपियों के ठिकानों पर रेड की थी, जिसमें सूरज चव्हाण और बीएमसी की उप नगर आयुक्त संगीता हसनाले का परिसर भी शामिल था.
अनिल गलगली के आरोप को बीएमसी ने बताया गलत
कोविड महामारी के दौरान हुए कथित भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने बीएमसी पर 4000 कोरोड़ रुपये का ब्योरा नहीं देने का आरोप लगाया था. आरटीआई कार्यकर्ता की तरफ से आरोप लगाने के बाद बीएमसी ने स्पष्टीकरण भी जारी किया. बीएमसी ने कोविड काल के दौरान हुए खर्च का ब्योरा शेयर करते हुए सभी आरोप को गलत बताया था.
ईओडब्ल्यू ने सूरज चव्हाण को किया था तलब
बीएमसी पर कथित रूप से कोविड के दौरान बॉडी बैग, खिचड़ी, ऑक्सीजन प्लांट, कोविड सेंटर घोटाला का आरोप लगा था. इससे पहले मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने शिवसेना (यूबीटी) नेता अमोल कीर्तिकर और युवा सेना के पदाधिकारी सूरज चव्हाण को पूछताछ के लिए तबल किया था.
ईओडब्ल्यू ने बताया था कि जिस कंपनी को महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों को खिचड़ी वितरित करने का ठेका दिया गया था, उससे अमोल कीर्तिकर को कथित तौर पर 52 लाख रुपये और सूरज चव्हाण को 37 लाख रुपये मिले थे. अधिकारी ने संदेह जताया था कि उस फर्म को नागरिक अनुबंध दिलाने में मदद करने के लिए अमोल कीर्तिकर और सूरज चव्हाण को पैसा दिया गया था.
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