मुंबई: मुंबई की लाइफ लाइन है लोकल ट्रेन, लेकिन लॉकडाउन के दौरान लोकल ट्रेनें भी बंद रही, लेकिन अब लोकल खुल गई है. अब चुनौती यह है कि जैसे-जैसे लोकल ट्रेनों में भीड़ बढ़ती जा रही है और सोशल डिस्टेंसिंग और दूसरी सावधानियों का कोई पालन नहीं हो रहा है. ऐसे में बीएमसी एक ऐसी योजना पर काम कर रही है, जो मुंबई की दशा और दिशा बदल सकती है.


मुंबई में यात्रा करने का सबसे सुगम साधन है लोकल ट्रेन. लोकल ट्रेनें अलग-अलग लाइनों पर चलती हैं, जिससे मुंबई के अलग-अलग हिस्सों से लोग अपने दफ्तर तक जाते हैं.


मुंबई देश की आर्थिक राजधानी है और ज्यादातर महत्वपूर्ण आर्थिक कार्यालय वे चाहे केंद्र सरकार के हों या राज्य सरकार के, बैंकिग ऑफिस हों या प्राइवेट दफ्तर या फिर बीएमसी का ऑफिस यह सब साउथ मुंबई टाउन और कोलाबा इलाके में स्थित है.


यह मुंबई के एक छोर पर पड़ता है और मुंबई के इस छोर को मुंबई के दूसरे छोर से जोड़ने वाले रेल नेटवर्क जैसे वसई विरार से चर्चगेट को जोड़ने वाली वेस्टर्न लाइन या नवी मुंबई को सीएसटी से जोड़ने वाली सेंट्रल लाइन, मुंबई की हर दिशा से एक ही दिशा को आती है जो साउथ मुंबई कोलाबा का इलाका है.


ऐसे में एक ही समय पर ऑफिस का टाइमिंग होने के चलते पीक आवर्स (सुबह 8:00 से लेकर 11:00 तक और शाम को 5:00 से लेकर 8:00 बजे तक) में भीड़ इतनी ज्यादा होती है कि ट्रेन में पैर रखने की भी जगह नहीं होती.


इस समस्या पहले भी कई बार चर्चा हो चुकी है लेकिन पर अब करोना कॉल में सीमित ट्रेनों की फेरी और बढ़ती भीड़ के बीच बीएमसी नई योजना बना रही है. इस योजना के तहत बीएमसी केंद्र सरकार, राज्य सरकार, बैंक और बीएमसी के ऑफिस की टाइमिंग को इस तरह से व्यवस्थित करने जा रही है कि लोकल ट्रेनों  में भीड़ ही न हो.


इस योजना के तहत ऑफिस के शुरू होने का टाइम बदला जाएगा और यह सुबह 8:00 से 11:00  तक पीक ऑवर के दौरान होगा. दफ्तरों के शुरू होने का टाइम 8:00 से 11:00 के बीच किया जाएगा. कोई ऑफिस 8:00 बजे खुलेगा तो कोई ऑफिस 9:00 बजे खुलेगा, कोई ऑफिस 10:00 बजे खुलेगा कोई ऑफिस 11:00 बजे खुलेगा.


इस तरह से शाम को भी कोई ऑफिस 5:00 बजे बंद होगा तो कोई ऑफिस 6:00 बजे बंद होगा कोई ऑफिस 7:00 बजे बंद होगा. ऐसा करने से भीड़ कुछ-कुछ अंतराल पर स्टेशन पर पहुंचेगी और ट्रेनों में भारी भीड़ नहीं होगी.


लॉकडाउन की प्रक्रिया के बीच लोकल बंद थी अब अनलॉक में लोकल शुरू हुई है. शुरू में भीड़ कम थी पर धीरे-धीरे भीड़ बढ़ती जा रही है. सेंट्रल रेलवे ट्रेनों की संख्या और फेरियों की संख्या में इजाफा कर चुकी है पर भीड़ ज्यादा है. यात्रा करने वाले लोगों के बीच भीड़ के चलते डर बढ़ रहा है.


बीएमसी की इस योजना को लेकर यात्रियों में भी खुशी है. यात्री एसोसिएशन के पदाधिकारी वंदना का कहना है कि यह मांग तो बहुत समय से उठा रहे थे पर करोना कि टाइम में जैसे भीड़ बढ़ रही है उसके साथ चिंता भी बढ़ रही है. अब अगर ऑफिस टाइमिंग आगे पीछे की जाती है तो अच्छा होगा. बीएमसी की योजना कारगर हो गई तो मुंबई में लोकल में होने वाली भीड़ की सूरत बदल जाएगी.


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