Mumbai: बीएमसी ने 269 अवैध स्कूलों की लिस्ट जारी की, अभिभावकों से की अपील- इनमें बच्चों को न पढ़ाएं
Mumbai: अवैध स्कूलों की लिस्ट जारी होने के बाद बीएमसी का शिक्षा विभाग सवालों के घेरे में है. विपक्ष ने पूछा कि स्कूल खुलने से पहले ही यह लिस्ट क्यों निकाली जाती है. समय रहते सूचना क्यों नहीं दी जाती.
Mumbai: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई (Mumbai) में फर्जी स्कूलों की भरमार हो गई है, BMC ने करीब 269 इंग्लिश मीडियम स्कूलों (Schools) को अवैध घोषित कर एक लंबी लिस्ट जारी की है. साथ ही बीएमसी (BMC) का शिक्षा विभाग (Education Department) अभिभावकों (Parents) से अपील कर रहा है कि इन स्कूलों में अपने बच्चों का एडमिशन न कराएं वर्ना उनका भविष्य खराब हो जाएगा.
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में इतने अधिक अवैध स्कूलों की संख्या चिंता का विषय है. स्कूल चलाने वाले शिक्षा के नाम पर अपने फायदे के लिए बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. एबीपी न्यूज ने मुंबई के कुछ अवैध स्कूलों में जाकर पूरे मामले की पड़ताल की है.
मुंबई के घाटकोपर इलाके के सरस्वती विद्या मंदिर स्कूल को बीएमसी की तरफ से सिर्फ पांचवी क्लास तक की मान्यता प्राप्त है लेकिन यहां पर छठवीं, सातवीं और आठवीं क्लास में भी शिक्षा दी जा रही है. नए बच्चों के एडमिशन कराए रहे हैं और उनकी नई किताबें भी मंगाई गई हैं. इस स्कूल के प्रशासन से भी एबीपी न्यूज ने बात करने की कोशिश की लेकिन कोई कैमरे पर बात करने के लिए सामने नहीं आया.
अभिभावकों ने किए सरकार से सवाल?
मुंबई के इन अवैध स्कूलों की जानकारी के बाद, अब अभिभावकों ने भी सरकार और स्कूल प्रशासन से सवाल करने शुरू कर दिए हैं कि आखिर बीएमसी बच्चों के पैरेंट्स तक सही तरीके से जानकारी क्यों नही पहुंचा पा रही है. साथ ही स्कूल प्रशासन बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ क्यों कर रहे हा.
बीएमसी शिक्षा अधिकारियों के मुताबिक मुंबई के इन सभी अवैध स्कूलों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी, साथ ही वह अभिभावकों से अपील भी कर रहे हैं कि वह इन स्कूलों में अपने बच्चों का एडमिशन ना कराएं. इन बच्चों के लिए बीएमसी के सभी सरकारी स्कूलों के दरवाजे खुले हैं.
बीएमसी का शिक्षा विभाग सवालों के घेरे में
इन अवैध स्कूलों की लिस्ट जारी होने के बाद अब बीएमसी के शिक्षा विभाग पर भी उठने लगे हैं. बीएमसी स्टैंडिंग कमेटी में विपक्ष के नेता रवि राजा ने पूछा है कि आखिर स्कूल खुलने से पहले ही बीएमसी की तरफ से यह लिस्ट क्यों निकाली जाती है. अभिभावकों को समय रहते शिक्षा विभाग सूचना क्यों नही देते ताकि अभिभावक अलर्ट हो सके. यह बीएमसी की बहुत बड़ी लापरवाही है और बच्चों के भविष्य के साथ बीएमसी का शिक्षा विभाग खुद ही खिलवाड़ कर रहा है, ऐसे स्कूलों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की जरूरत है.
किसी भी स्कूल के सामने इंग्लिश मीडियम वाला बोर्ड और उसके तामझाम को देखकर अभिभावक को लगता है कि वह अपने बच्चे को एक अच्छे स्कूल में शिक्षा के लिए भेजने जा रहा है, उसे यह यकीन हो जाता है कि स्कूल खुला है तो मान्यता प्राप्त भी होगा लेकिन मुंबई जैसे शहर में बीएमसी (BMC) की तरफ से जारी अवैध स्कूलों (Schools) की इस लिस्ट ने तमाम अभिभावकों (Parents) की चिंता बढ़ा दी है.
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