Social Welfare Pension Kerala: केरल में सरकारी कर्मचारियों के अवैध तरीके से सामाजिक सुरक्षा पेंशन उठाने का मामला सामने आया है. बड़ी संख्या में सरकारी कर्मचारी और उनके परिवार के सदस्य इस पेंशन योजना का लाभ उठाते हुए पाए गए हैं, जबकि यह योजना केवल गरीब और वंचित वर्गों के लिए बनाई गई थी. यह मामला राज्य प्रशासन और सामाजिक कल्याण विभाग के लिए चिंता का विषय बन गया है. सरकार अब दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की तैयारी कर रही है.
दरअसल, केरल वित्त विभाग के ऑडिट में खुलासा हुआ है कि BMW कार के मालिक और और AC वाले घरों में रहने वाले सरकारी सरकारी कर्मचारियों ने अवैध तरीके से सामाजिक सुरक्षा पेंशन उठाया है. इस घोटाले का पर्दाफाश तब हुआ जब सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों का डेटा डिजिटल सिस्टम से क्रॉस-चेक किया गया. सरकारी कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्यों का नाम लाभार्थियों की सूची में पाया गया. जांच में पता चला कि पेंशन के लिए पात्रता दिखाने के लिए झूठे दस्तावेजों का उपयोग किया गया. कई कर्मचारियों ने नियमों और शर्तों का उल्लंघन करते हुए पेंशन का दावा किया. डेटा वेरीफिकेशन और लाभार्थियों की योग्यता की जांच में कमियां पाई गई.
अब क्या होगी कार्रवाई?
केरल सरकार ने इस घोटाले को रोकने और जिम्मेदार लोगों को सजा दिलाने के लिए सख्त कदम उठाने की घोषणा की है.जिन कर्मचारियों ने अवैध रूप से पेंशन का लाभ उठाया है, उनसे राशि की वसूली की जाएगी. वहीं, दोषी कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय जांच शुरू होगी और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, साथ ही फर्जी दस्तावेजों का उपयोग करने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए लाभार्थियों के चयन प्रक्रिया को और सख्त बनाया जाएगा. योजनाओं में पारदर्शिता लाने के लिए डिजिटल ट्रैकिंग और आधार-लिंकिंग को अनिवार्य किया जाएगा.
क्या है सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना?
सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना केरल सरकार ने गरिबों के लिये शुरुआत की थी. सरकार बुजुर्ग, विधवाएं, विकलांग और बीपीएल श्रेणी के 62 लाख लोगों को हर महीने ये पेंशन देती है. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत हर महीने इनको 1600 रुपये के रूप में दिए जाते हैं.