पटना: बिहार में मैट्रिक यानी दसवीं की परीक्षा आज से शुरू हो गई है. परीक्षा दोनों पालियों में होंगी. बोर्ड की ये परीक्षाएं राज्य के सभी जिलों के 1,427 परीक्षा केन्द्रों पर अंग्रेजी (सामान्य) विषय की परीक्षा के साथ शुरु होंगी. परीक्षा में कुल 17,70,042 बच्चों ने फॉर्म भरा है. आठ दिनों तक चलने वाली ये परीक्षा राज्य सरकार के लिए इज़्जत का सवाल बन चुकी है.
कुछ साल पहले परीक्षा में धड़ल्ले से हो रहे नकल की तस्वीर ने बिहार सरकार की देश और दुनिया में ख़ूब फ़जीहत करवाई थी और रही-सही कसर परीक्षा के फ़र्जी टॉपरों ने पूरी कर दी. भ्रष्टाचार और बाहुबल के दम पर बिहार बोर्ड की परीक्षाओं में फ़र्जी टॉपर बनाने और परीक्षा के पहले पेपर लीक ने राष्ट्रीय मीडिया में लगातार ख़ूब सुर्खियां बटोरी हैं.
इस बार भी सरकार की छवि ख़राब न हो, इसके लिए मैट्रिक परीक्षा में सरकार ने पूरी सख़्ती बरतने का फ़ैसला किया है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (बीएसईबी) ने परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के लिए जूते-मोजे पहनकर आना बैन कर दिया है. परीक्षार्थियों को परीक्षा के दिन जूते-मोजे की जगह चप्पल पहनकर आना होगा. परीक्षा हॉल में परीक्षार्थी को सिर्फ एडमिट कॉर्ड, पेन और पेंसिल ही ले जाने की अनुमति होगी.