नई दिल्लीः केंद्रीय विदेश मंत्रालय (एमईए) ने आज दिल्ली हाई कोर्ट को सूचित किया कि एक हिंदू व्यक्ति का शव आज सुबह भारत आया है, जिसे गलत तरीके से सऊदी अरब में दफनाया गया था. सीपीएन डिवीजन एमईए के डायरेक्टर विष्णु शर्मा अदालत की कार्यवाही में शामिल हुए और अदालत को बताया कि व्यक्ति की डेड बॉडी आज सुबह भारत लाई गई हैं और परिवार को सौंप दिया दी गई है. शव को मृतक का मूल निवास हिमाचल प्रदेश के ऊना ले जाया गया है.
जस्टिस प्रथिबा एम सिंह की अध्यक्षता वाली पीठ ने बुधवार को विदेश मंत्रालय और उसके अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह अदालत के लिए भी बड़ी राहत है. कोर्ट ने यह भी कहा "हमारी कृतज्ञता भी सऊदी अथॉरिटीज को भी कंनवे की जाए."
याचिकाकर्ता के वकील जताई संतुष्टि
याचिकाकर्ता सुभाष चंद्रन के वकील अस्पताल से पेश हुए (जो वर्तमान में कोविड से संक्रमित हैं) और अदालत और उनके प्रयासों के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ संतुष्टि व्यक्त की. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने दिल्ली हाई कोर्ट को सूचित किया था कि सऊदी अरब में कानूनी कार्यवाही शुरू की गई है और शव को दफन की जगह की पहचान की गई है. यह भी बताया गया कि भारतीय अधिकारी सऊदी अधिकारियों के संपर्क में हैं और सभी प्रयास कर रहे हैं .अदालत ने मामले में एडवोकेट फारुख खान को एमिकस क्यूरी भी नियुक्त किया था.
24 जनवरी को बीमारी से हुई थी मौत
याचिका के अनुसार, भारतीय नागरिक संजीव कुमार का इस साल 24 जनवरी को सऊदी अरब में उनके कार्यस्थल पर निधन हो गया. उसकी मधुमेह, उच्च रक्तचाप और हृदय की गति रुकने के कारण मौत हो गई थी. उसे गैर-मुस्लिम कब्रिस्तान में दफन किया था. अधिकारियों ने कोर्ट को यह भी बताया कि उन्हें नियोक्ता से मुआवजे के रूप में 4.65 लाख रुपये मिले हैं और इसका चेक परिवार को सौंप दिया जाएगा.