Fidayeen Attacker Tabarak Hussain: फिदायीन हमलावर तबारक हुसैन (Tabarak Hussain) का शव पाकिस्तान (Pakistan) को सौंप दिया गया है. बीते शनिवार को राजौरी के आर्मी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दिल का दौरा पड़ने से तबारक हुसैन की मौत हो गई थी, जिसे सेना ने जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राजौरी के नौशेरा सेक्टर से घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पकड़ा था. 


डॉ मनमीत कौर ने बताया कि आज सुबद करीब 11 बजकर 6 मिनट में तबारक हुसैन के शव को पाक अधिकारियों को सौंपा गया. दरअसल, 21 अगस्त को पीओके (PoK) के फिदायीन आत्मघाती हमलावर तबारक हुसैन को LoC पर घुसपैठ करने की कोशिश करते हुए पकड़ा था. इस दौरान उसे पैर और कंधे में गोली लगी थी, जिसके बाद उसे इलाज के लिए राजौरी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. 


फिदायीन हमले की पूरी तैयारी में था तबारक हुसैन 


पकड़े जाने के बाद हुई पूछताछ में तबारक हुसैन ने बताया था कि उसे भारत में एक आत्मघाती मिशन के लिए भेजा गया था. उसने सेना की पोस्ट पर फिदायीन हमले की पूरी तैयारी कर ली थी. वह घुसपैठ की कोशिश में ही था कि भारतीय जवानों ने उसे पकड़ लिया. इस दौरान हुई फायरिंग में उसे गोली भी लगी और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. 


तबारक ने पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा किया था कि पाकिस्तान खुफिया एजेंसी (आईएसआई) के एक कर्नल रैंक के अधिकारी ने भारतीय सेना की चौकी पर हमला करने के लिए 30 हजार रुपये दिये थे. 32 साल का तबारक पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में कोटली के सब्जकोट गांव का रहने वाला था. 


दरअसल, घुसपैठ के दौरान जब उसके साथी सीमा पर लगी बाड़ काट रहे थे तभी सेना (Indian Army) और आतंकियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई और इस दौरान तबारक (Tabarak Hussain) को गोली लग गई थी.


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