Assam: असम में बोहाग बिहू उत्सव की उलटी गिनती शुरू, सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने शेयर की झलक
Assam News: 14 अप्रैल को बोहाग या रोंगाली बिहू उत्सव के पहले दिन 11 हजार से ज्यादा लोक नर्तक और संगीतकार एक घंटे के प्रदर्शन के लिए गुवाहाटी के सुरसजाई स्टेडियम में इकट्ठा होंगे.
Bohag Bihu Preparation: असम में अगले महीने राज्य के सबसे बड़े त्योहार बोहाग बिहू का आयोजन होने वाला है. इस त्योहार को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. अभी से इस त्योहार को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है. असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने बोहाग बिहू की भव्य तैयारियों की झलक साझा की है. असम सरकार इस दौरान विश्व का सबसे बड़ा बिहू नृत्य आयोजित करके विश्व रिकॉर्ड बनाने के प्रयास में है.
असम सरकार ने बोहाग बिहू के लिए अप्रैल में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा है, जहां लगभग 15,000 लड़के और लड़कियां पारंपरिक नृत्य का प्रदर्शन करेंगे. इसके लिए सभी 31 जिलों में नृतकों के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी किया जाएगा. ये कलाकार पूरे असम से गुवाहाटी आएंगे. इनके लिए रहने और खाने की पर्याप्त सुविधाओं की व्यवस्था करने की भी तैयारियां की जा रही हैं.
सीएम हिमंता ने शेयर की झलक
मुख्यमंत्री डॉ हिमंता बिस्वा सरमा ने ट्वीट करते हुए कहा, "अगले साल से सरकार 7 दिनों के लिए रंग घर और सरसजई स्टेडियम में रोंगाली बिहू का आयोजन करेगी. पिछले 10 वर्षों से बिहू धारण करने वाली बिहू समितियों को 1.5 लाख रुपये प्रदान करेगी. मैं बिहू समितियों से दान के लिए बल प्रयोग नहीं करने की अपील करता हूं." जानकारी के मुताबिक, यह 14 अप्रैल को गुवाहाटी के सरूसजाई स्टेडियम में होगा.
Countdown begins for a special and historic Bohag Bihu. pic.twitter.com/tBXgNycsYL
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 3, 2023
पीएम मोदी भी रहेंगे मौजूद
जानकारी के मुताबिक, इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे. इतना ही नहीं इस कार्यक्रम में असम सरकार की ओर से सभी राज्यों के राज्यपालों और मुख्यमंत्रियों को भी निमंत्रण दिया जाएगा. बोहाग बिहू या रोंगाली बिहू को असमिया नव वर्ष की शुरुआत और बसंत के आगमन का प्रतीक माना जाता है. यह आम तौर पर सात दिनों तक रहता है. रोंगाली बिहू पर्यटकों के लिए भी महत्वपूर्ण आकर्षणों में से एक है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री ने सरकार ने एक कैबिनेट समूह की स्थापना की है.
साल 3 बार मनाया जाता है त्योहार
बता दें कि बिहू त्योहार को असम और उत्तर-पूर्वी राज्यों का प्रमुख त्योहार माना जाता है. यह साल में तीन बार मनाया जाता है. जनवरी महीने के मध्य में भोगाली बिहू मनाया जाता है, इसे माघ बिहू भी कहते हैं. अप्रैल के मध्य में बोहाग बिहू मनाया जाता है जो रोंगाली बिहू या हतबिहू के नाम से भी प्रचलित है. इसके अलावा तीसरी बार ये पर्व अक्टूबर के मध्य में मनाया जाता है, जिसे कंगाली या काती बिहू के नाम से जाना जाता है.