Second World War Bomb: पश्चिम बंगाल में द्वितीय विश्व युद्ध के समय का बम मिला. जिसके बाद इलाके में हड़कंप मच गया. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शुक्रवार को बताया कि झाड़ग्राम जिले में एक खुले मैदान में द्वितीय विश्व युद्ध के समय का एक बम मिला, जोकि फटा नहीं था और उसे सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया.
सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर एक तस्वीर शेयर करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि कल हमें पता चला कि झारग्राम जिले के गोपीबल्लवपुर के भुलनपुर गांव के एक खुले मैदान में द्वितीय विश्व युद्ध के समय का एक बम मिला है. जिसके बाद पुलिस और वायुसेना सहित राज्य सरकार की मशीनरी तुरंत हरकत में आई.
जानिए क्या बोलीं ममता बनर्जी?
वहीं, अभियान शुरू करने से पहले आस-पास के इलाकों के निवासियों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया. इस दौरान आस-पास के निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई. इसके बाद बम को सुरक्षित और सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया गया. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैं इस अच्छे काम के लिए सभी को धन्यवाद देती हूं.
कोलकाता पर आधी रात में जपान ने गिराए थे बम
दरअसल, साल 1942 में दुनिया के कई देश द्वितीय विश्व युद्ध से जूझ रहे थे. ब्रिटेन अमेरिका समेत पश्चिमी देशों का गठबंधन वाले देश जापान, जर्मनी जैसे देशों के खिलाफ जंग लड़ रहे थे. उस दौरान भारत ब्रिटेन का उप-निवेश था. जबकि, जापान और ब्रिटेन के बीच तनातनी का माहौल चल रहा था. उस समय जापान ने ब्रिटेन को कमजोर करने के लिए बमबारी की योजना बनाई. 20 दिसम्बर 1942 को जापान की इंपीरियल आर्मी एयरफोर्स ने कोलकाता पर बम गिराए. आधी रात को हुई उस बमबारी की कारण कई अहम इमारतें ध्वस्त हो गई थीं.
हावड़ा ब्रिज पर चूक गया था निशाना
वहीं, जापानी सेना ने हावड़ा ब्रिज को ध्वस्त करने के लिए बमबारी की थी, लेकिन अंधेरा होने के कारण वो बम ब्रिज पर न गिरकर एक होटल के ऊपर गिरे. सप्लाई चेन को तोड़ने के लिए उस घटना के बाद जापान ने अगले दो साल यानी 1944 तक कई बार कोलकाता में बमबारी की. बता दें कि, जापान की कोलकाता पर की जाने वाली यह बमबारी दुनियाभर में सुर्खियां बनी थीं.
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