(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Shiv Sena Dussehra Rally: हाई कोर्ट से जीत के बाद शिवसैनिकों से बोले उद्धव ठाकरे, 'परंपरा में कालिख न लगे'
Bombay HC permits Dussehra Rally: बॉम्बे हाई कोर्ट से शिवाजी पार्क में दशहरा रैली के लिए इजाजत मिलने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शिवसैनिकों से कहा है कि परंपरा में कालिख न लगने पाए.
Uddhav Thackeray Remark over Dussehra Rally: शिवसेना प्रमुख (Shiv Sena Chief) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने शिवसैनिकों (Shiv Sena Workers) से आह्वान किया है कि वे शिवाजी पार्क (Shivaji Park) में होने वाली दशहरा रैली (Dussehra Rally) में उत्साह के साथ मौजूदगी दर्ज कराएं. ठाकरे ने कहा है कि शिवसेना की दशहरा रैली की परंपरा में कोई कालिख न लगे इसका कार्यकर्ताओं को ध्यान रखना होगा.
मुंबई के शिवाजी पार्क में शिवसेना हर वर्ष दशहरा के पर्व पर रैली का आयोजन करती है. इस बार बृहन्मुंबई नगर निगम ने शिवसेना को रैली की इजाजत नहीं दी थी. इससे उसका कार्यक्रम अधर में लटका रहा था. दरअसल, मुंबई पुलिस ने रैली की वजह से कानून-व्यवस्था गड़बड़ाने की आशंका संबंधी रिपोर्ट बीएमसी को दी थी.
बॉम्बे हाई कोर्ट ने रैली की इजाजत देते हुए ये कहा
कई दिनों से रैली को लेकर बयानबाजी हो रही थी. शिवसेना ने रैली के आयोजन के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था. आखिरकार शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने रैली के लिए इजाजत देकर तमाम अटकलों से पर्दा हटा दिया. कोर्ट ने अपने आदेश में यह भी कहा है कि कानून-व्यवस्था का खयाल रखा जाए. कोर्ट ने बीएमसी को फटकार लगाते हुए कहा कि इतने वर्षों से आयोजन हो रहा, अब तक कोई घटना नहीं हुई. कोर्ट के आदेश के बाद सरकार के जीआर में दशहरा रैली के आयोजन का दिन तय कर दिया गया है.
महाराष्ट्र सरकार से उद्धव को ये उम्मीद
हाई कोर्ट से रैली के लिए इजाजत मिलने के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और पार्टी कार्यकर्ता बेहद खुश नजर आ रहे हैं. अदालत के फैसले के बाद ठाकरे कहा है कि उन्हें उम्मीद है कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएगी.
बता दें कि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के साथ ही शिवसेना के लिए संघर्ष की स्थिति पैदा हो गई थी. सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना पार्टी पर अधिकार के लिए भी मुकदमा चल रहा है. दरअसल, एकनाथ शिंदे गुट दावा कर रहा है कि वो असली शिवसेना है. सुप्रीम कोर्ट मामले में 27 सितंबर को सुनवाई करेगा. सबकी नजरें इस पर टिकी हैं कि पार्टी का चुनाव चिन्ह 'धनुष और तीर' उद्धव गुट के पास बरकरार रहेगा या शिंदे गुट के पास चला जाएगा.
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