Bombay High Court: बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस रोहित बी देव ने शुक्रवार (4 अगस्त) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच के जस्टिस रोहित देव ने खुली अदालत में इस्तीफा दिया. इसके साथ ही उन्होंने इस्तीफा देने के लिए खुली अदालत में माफी भी मांगी. उन्होंने कहा कि उनके मन में किसी के प्रति कोई कठोर भावना नहीं है और अगर उन्होंने किसी को ठेस पहुंचाई है तो उन्हें खेद है.


जस्टिस रोहित देव बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर पीठ में बैठने वाले न्यायाधीश उस पीठ में थे, जिसने बीते साल प्रोफेसर जीएन साईबाबा को माओवादी लिंक मामले में बरी कर दिया था. बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इस फैसले को निलंबित कर मामले को दूसरी बेंच को देने का आदेश दिया था.


महाराष्ट्र सरकार के प्रस्ताव पर भी लगाई थी रोक
हाल ही में जस्टिस रोहित देव की अगुवाई वाली एक पीठ ने समृद्धि एक्सप्रेसवे परियोजना पर काम करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ शुरू की गई दंडात्मक कार्यवाही को रद्द करने के लिए महाराष्ट्र सरकार को अधिकार देने वाले एक सरकारी प्रस्ताव के प्रभाव पर रोक लगा दी.


2017 में बनाए गए हाई कोर्ट के जज
जस्टिस रोहित देव को 2017 में बॉम्बे हाई कोर्ट की पीठ में पदोन्नत किया गया था. न्यायाधीश के रूप में नियुक्ति से पहले वह राज्य के महाधिवक्ता थे. उन्होंने बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर पीठ में अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के रूप में भी कार्य किया है.


वह 4 दिसंबर, 2025 को बॉम्बे हाई कोर्ट के न्यायाधीश के पद से सेवानिवृत्त होने वाले थे. लाइव लॉ वेबसाइट के मुताबिक, जस्टिस देव का जन्म 5 दिसंबर 1963 को हुआ था.