'देश के अंदर भी जहां बम गिराने की जरूरत हो तो जरूर गिराना चाहिए', कांग्रेस सांसद अधीर रंजन ने क्यों कही ये बात?
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्द बोलने पर अधीर रंजन को सदन से निलंबित कर दिया गया था. अब उन्होंने एक और बड़ा बयान दिया है.
Adhir Ranjan Statement: कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में अपने निलंबन के खिलाफ कोर्ट में चुनौती देने पर विचार कर रहे हैं. इस बीच अधीर रंजन ने देश की सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया है. अधीर रंजन ने कहा है कि देश के भीतर जहां भी चीन का कब्जा है वहां बम गिरा देना चाहिए.
अधीर रंजन चौधरी ने कहा, देश के अंदर भी जहां बम गिराने की जरूरत हो तो जरूर गिराना चाहिए. लद्दाख में उस जगह बम गिराना चाहिए जहां चीन कब्जा करके बैठा है, भले ही वो देश के अंदर हो.
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में अपशब्द बोलने पर कांग्रेस नेता को सदन से निलंबित कर दिया गया था. ये मामला सदन की प्रिविलेज कमेटी के पास है. सदन में जब उनके निलंबन का प्रस्ताव पारित हुआ था, तब अधीर रंजन समेत कांग्रेस और अन्य कई विपक्षी दलों के सांसद मौजूद नहीं थे. क्योंकि वह सभी प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान ही सदन से वॉकआउट कर गए थे.
लोकसभा में क्या बोले थे अधीर रंजन
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा था, अविश्वास प्रस्ताव पेश होने के बाद विधेयक पास नहीं करवाए जाते. लेकिन परंपरा के विपरित सरकार ने विधेयक पारित करवाए, विपक्ष को अपनी बात कहने का मौका नहीं मिला. ऐसा संसदीय इतिहास में कभी नहीं देखा गया. पीएम ने जिस संसद को मंदिर समझ कर माथा टेका था उस मंदिर में उन्हें बुलाना पड़ गया. हमनें पहले ही कह दिया था कि अविश्वास प्रस्ताव का मकसद सरकार गिराना नहीं था. हम सदन में अपनी चिंता बताना चाहते थे.
प्रधानमंत्री पर की अपनी टिप्पणी पर अधीर रंजन ने अपनी सफाई में कहा, अंधा राजा और नीरव मोदी जैसे शब्दों के इस्तेमाल में मुझे कुछ गलत नहीं लगता. मैंने इसका इस्तेमाल रूपक के तौर पर किया था. दूसरी तरफ से इटली इटली क्यों किया गया? शायद सरकार भगवा व्याकरण ले कर आ सकती है. आखिर नीरव का मतलब क्या है? अपने मन की बात करना क्या गलत है? किसी को ठेस पहुंचाने के लिए कुछ नहीं बोला. राई को पहाड़ बनाने की कोशिश हो रही है.