नई दिल्ली: मैच फिक्सिंग मामले मे लंदन से लाए गए कुख्यात बुकी संजीव चावला पर जांच एजेंसियों ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. संजीव चावला को उसी के आवाज के टेप सुनाए जा रहे हैं और क्राइम ब्रांच उसकी आवाज के नमूने लेकर सीएफएसएल लैब भी भेजने जा रही है. जांच एजेंसियो के शिकंजे मे फंसे चावला ने कुछ खिलाड़ियो के नाम भी लिए हैं. जल्द ही इस मामले में खेल जगत के कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.


लंदन से 19 साल बाद भारत लाए गए कुख्यात बुकी संजीव चावला पर साल 2000 में भारत-दक्षिण अफ्रीका के पांच वनडे और तीन टेस्ट मैचों में फिक्सिंग कराने का आरोप है. इन आरोंपो के पीछे क्राइम ब्रांच के पास सबूत भी मौजूद हैं और सबूतों के तौर पर क्राइम ब्रांच के पास दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोनिए और संजीव चावला की बातचीत के रिकॉर्ड मौजूद हैं.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक संजीव चावला ने शुरुआती पूछताछ के दौरान यह कर मामले को टालने की कोशिश की कि इस मामले मे 20 साल का लंबा अंतराल बीत चुका है, लिहाजा उसे ज्यादा याद नहीं है. सूत्रों ने बताया कि इस पर चावला को उसकी और दक्षिण अफ्रीका के कप्तान हैंसी क्रोनिए की बातचीत सुनवाई गई. इस बातचीत के दौरान पूरी तरह से स्पष्ट हुआ है कि मैच फिक्सिंग किस तरह से की जाएगी.

जांच से जुड़े एक आला अधिकारी ने बताया कि टेप मे मौजूद आवाज संजीव चावला की ही है इसके मिलान के लिए उसकी आवाज का नमूना लिया जाएगा और फिर उसे फोरेसिंक लैब भेज कर मिलान कराया जाएगा. अधिकारी ने कहा, "ये आवाज चावला के गले का फंदा बन जाएगी क्योंकि इस बातचीत मे संजीव चावला और हैंसी क्रोनिए दक्षिण अफ्रीका टीम के अन्य खिलाड़ियों के नाम भी ले रहे हैं." आरोप के मुताबिक प्रत्येक खिलाड़ी को 25 देने की बात की जा रही है. पुलिस सूत्रों कहना है कि यह रकम 25 लाख रुपए भी हो सकती है. क्राइम ब्रांच ने बुकी संजीव चावला को 12 दिन की रिमांड पर लिया है.

पुलिस सूत्रों के अुनसार संजीव चावला से इस मामले में फरार मनमोहन खट्टर के बारे में भी पूछताछ की जा रही है, जो मामला खुलने के बाद अमेरिका भाग गया था साथ ही अब तक की पूछताछ के दौरान संजीव चावला ने कुछ खिलाड़ियों के नाम लिए हैं जिन्हें उसने पैसा या अन्य उपहार दिए थे. उसके बयान के आधार पर खेल जगत से जुड़े कुछ लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.

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