नई दिल्ली: भारत और बांग्लादेश की सीमा की सुरक्षा पर तैनात बलों के प्रमुखों के बीच रविवार से ढाका में शुरू हो रही छमाही वार्ता में नए जाली नोटों की तस्करी समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) प्रमुख के के शर्मा के नेतृत्व में 19 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ढाका में बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के अपने समकक्ष के साथ पीलखाना स्थित उसके मुख्यालय में वार्ता करेगा.
पांच दिवसीय यात्रा शनिवार को शुरू हुई. वार्ता 22 फरवरी को समाप्त होगी जब भारतीय प्रतिनिधिमंडल वार्ता के संयुक्त रिकॉर्ड पर हस्ताक्षर करने के बाद भारत लौटेगा. अधिकारियों ने कहा कि सीमा से अपराध के नियमित मुद्दों के अलावा भारतीय पक्ष के बांग्लादेश से 2000 के नए जाली नोटों की तस्करी का मुद्दा उठाने की उम्मीद है.
बीएसएफ ने कुछ दिन पहले 2000 रुपये के 100 जाली नोटों की बड़ी खेप को भारत-बांग्ला अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर मालदा से जब्त किया था. इसका मूल्य दो लाख रुपये था. इसी तरह 2000 रुपये के 40 जाली नोटों को पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद जिले से हाल में जब्त किया था.
भारतीय पक्ष के अपने बांग्लादेशी समकक्षों से जाली मुद्रा से संबंधित गतिविधियों में शामिल तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध करने की उम्मीद है. अधिकारियों ने बताया कि दोनों पक्षों के मवेशी की तस्करी, बांग्लादेश से भारतीय विद्रोही समूहों की गतिविधियों, अवैध पलायन पर रोक, साझा एजेंडा कार्यक्रमों के प्रभावी कार्यान्वयन के लिए संयुक्त प्रयास और अन्य विश्वास बहाली के उपायों समेत सीमापारीय अपराधों से संबंधित मुद्दों को उठाने की उम्मीद है.
उन्होंने कहा, ‘‘दोनों पक्ष उन मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे जिनपर पिछले साल अक्तूबर में बीजीबी प्रतिनिधिमंडल की भारत यात्रा के दौरान चर्चा हुई थी. दोनों बलों के बीच संबंध बेहद सौहार्दपूर्ण हैं और इन वार्ताओं का लक्ष्य सही भावना में उन्हें आगे बढ़ाना है.’’ भारतीय अधिकारी बीजीबी के नए महानिदेशक (डीजी) मेजर जनरल अबुल हुसैन के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल से संवाद करेंगे. उन्होंने हाल में मेजर जनरल अजीज अहमद से बीजीबी का कार्यभार लिया था. मेजर जनरल अजीज अहमद हाल में बांग्लादेशी सेना में अपने मूल कैडर में लौट गए थे.