Security On India Pakistan Border: देश गणतंत्र दिवस के जश्न की तैयारी में है. कड़ाके की ठंड और घने कोहरे की दोहरी मार के बीच एक तरफ गुरुवार (25 जनवरी, 2024) को जहां देश की राजधानी दिल्ली में राजपथ पर परेड की तैयारी हो रही थी. वहीं, दूसरी तरफ भारत-पाकिस्तान सरहद पर भी चौकसी बढ़ा दी गई, जबकि जम्मू में सड़क से लेकर सीमा तक सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं.


देश की आन-बान और शान पर कोई आंच न आए, इसलिए जब पूरा देश जब चैन की नींद सोता है तब भी सीमा पर सुरक्षा बल के जवान सजग प्रहरी की तरह घुप्प अंधेरे, घने कोहरे और बर्फ जमा देने वाली प्रचंड ठंड में भी सरहद की निगहबानी कर रहे हैं. भारत-पाकिस्तान की दुर्गम सीमा और खतरनाक इलाके में देश के सिपाही किस सतर्कता से निगरानी करते हैं? आइए, जानते हैं: 


दुश्मन की साजिशों को नाकाम करने के लिए चौकस जवान
एबीपी न्यूज़ की टीम जम्मू में भारत पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा से सटे हुए इलाकों में पहुंची. सीमा पर दुश्मन की हर नापाक साजिश को नाकाम करने के लिए सुरक्षा बल फिलहाल चौकस हैं. किस कदर जवानों को सीमा पर सतर्क रहना पड़ता है इसका अंदाजा सीमा पर चलाए जा रहे हैं सर्च एंड एरिया डोमिनेशन ऑपरेशन से लगाया जा सकता है. सीमा से सटा इलाका खतरनाक है. वहां घनी और ऊंची झाड़ियां हैं जो दुश्मन को छिपकर नापाक मनसूबे को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मददगार हो सकती है. ऐसे में इस इलाके में सुरक्षा बल लगातार सर्च ऑपरेशन चलाते नजर आए ताकि इन इलाकों में न केवल अनाधिकृत आवाजाही पर नजर रखी जा सके बल्कि अगर दुश्मन सीमा पर किसी भी तरीके की हिमाकत करता है तो उसे माकूल जवाब दिया जा सके. 


यहां नाकाबंदी, संदिग्धों पर पैनी नजर
सरहद से सटे इलाके की घनी झाड़ियों में चप्पा-चप्पा खंगाला जा रहा है और सीमा से शहर की तरफ जाने वाले रास्तों पर नाकाबंदी कर दी गई है ताकि कोई आतंकी, उनका मददगार या दहशतगर्दों से जुड़ा कोई भी सामान शहर तक पहुंच न पाए. दरअसल, गणतंत्र दिवस समारोह की सुरक्षा के लिए देश भर में सतर्कता बरती जा रही है. राजधानी दिल्ली में भी जगह जगह नाकाबंदी की गई है और एनसीआर या बाकी राज्यों से आने वाले वाहनों और संदिग्धों की सघन तलाशी हो रही है. दिल्ली के अलावा कोलकाता, मुंबई, चेन्नई और अन्य शहरों में भी सुरक्षा कड़ी है. मेट्रो स्टेशनों, भीड़ भाड़ वाले शॉपिंग मॉल्स और अन्य सार्वजनिक जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. 


ये भी पढ़ें:गणतंत्र दिवस के लिए कैसे चुना जाता है चीफ गेस्ट? 1-2 दिन या हफ्ते नहीं 6 महीने की होती है पूरी प्रक्रिया