सूरत: ब्रेन डेड महिला ने 7 लोगों को दिया नया जीवन, दान किए हार्ट, लंग्स, किडनी, लीवर और आंख
गुजरात के सूरत के बारडोली टकुला में रहने वाली कामिनी पटेल को इलाज के बाद ब्रेन डेड घोषित किया गया था. जिसके बद परिवार वालों ने आपसी सहमती से कामिनी के हार्ट, लंग्स, किडनी, लीवर और आंख को जरूरतमंद लोगों को दान कर दिया.
नई दिल्लीः गुजरात के सूरत से एक मामला सामने आया है, जिसमें एक ब्रेन डेड घोषित हो चुकी महिला ने मर कर कई लोगों को नया जीवन दिया है. सूरत के बारडोली टकुला में रहने वाली 46 वर्षीय कामिनी पटेल के ब्रेन डेड घोषित होने के बाद उनके हार्ट, लंग्स, किडनी, लीवर और आंख को जरूरतमंद लोगों को दान किया गया है.
ब्रेन डेड होने पर किया गया अंगदान
दरअसल कामिनी पटेल को हाई ब्लड प्रेशर की शिकायत थी, जिसके कारण वह उठ नहीं पा रही थीं. इस कारण उन्हें 19 मई को अस्पताल ले जाया गया जहां उसका सीटी स्कैन किए जाने पर डॉक्टरों ने पाया कि महिला को ब्रेन हैमरेज हुआ है. हालांकि सूरत के शेल्बी अस्पताल में न्यूरोसर्जन ने उनका ऑपरेशन किया, लेकिन 5 जून को महिला को ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया था.
कामिनी के पति एक किसान हैं और कोविड रोगियों की मदद करने वाले यूएस-आधारित समूह से जुड़े हैं. इसके बाद कामिनी पटेल के पति और बेटों ने उनके अंगों को दान करने का फैसला लिया. डोनेट लाइफ एनजीओ ने कामिनी के परिवार की अंगों को डोनेट करने में काफी मदद की.
7 लोगों को मिला नया जीवन
इसके बाद परिवार ने राज्य अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (SOTTO) से संपर्क किया और कामिनी के हॉर्ट को मुंबई के सर एचएन रिलायंस अस्पताल ले जाया गया, जहां एक 46 वर्षीय महिला को इसे डोनेट किया गया. वहीं हैदराबाद के KIMS अस्पताल में लंग्स को डोनेट किया गया.
इन सबके अलावा कामिनी की एक किडनी को अहमदाबाद के स्टर्लिंग अस्पताल में एक मरीज को ट्रांसप्लांट की गई, जबकि दूसरी किडनी और लीवर को अहमदाबाद के आईकेडीआरसी में एक मरीज को ट्रांसप्लांट किया गया. सूरत में कामिनी की आंख को लोकदृष्टि आई बैंक को दान कर दिए गए.
इसे भी पढ़ेंः
सहारनपुर में एक हैंडपंप उखाड़े जाने से क्यों खड़ा हुआ विवाद? एबीपी न्यूज़ ने की पड़ताल
Gujarat Unlock: गुजरात में 11 जून से शुरू होगी अनलॉक प्रक्रिया, जानें क्या-क्या खुलेगा