नई दिल्ली: जेएनयू कैंपस में हुई हिंसा के विरोध में छात्रों के समर्थन में खड़ी होने को लेकर अभिनेत्री दीपिका पादुकोण का सोशल मीडिया पर एक हिस्से ने जमकर विरोध किया. दीपिका की हालिया रिलीज़ फिल्म छपाक के खिलाफ सोशल मीडिया पर हैशटैग ट्रेंड करवाए गए. लोगों से छपाक ना देखने की अपील की गई. इस पूरी कवायद का मकसद दीपिका पादुकोण को आर्थिक और सामाजिक नुकसान पहुंचाने का था.


दीपिका के खिलाफ बढ़ते इस गुस्से को देखते हुए अब उद्योग जगत भी सावधानी बरत रहा है. अंग्रेजी अखबार इकॉनोमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक दीपिका पादुकोण को लेकर बड़े ब्रैंड्स कोई जोखिम नहीं उठाना चाहते हैं. इसी के चलते कुछ ब्रैंड्स जिनके लिए दीपिका विज्ञापन करती हैं, उन्होंने अपने विज्ञापन की विज़िबिलिटी कम करने का फ़ैसला लिया है.


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अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक दीपिका फिलहाल 23 ब्रैंड्स के लिए विज्ञापन कर रही हैं. रिपोर्ट के मुताबिक दीपिका एक विज्ञापन के लिए आठ करोड़ रुपये फीस लेती हैं. आपको जानकर हैरानी होगी कि आज सुबह से सोशल मीडिया पर दीपिका के खिलाफ #दीपिका_हटाओ_LUX_बचाओ का हैशटैग ट्रेंड कर रही है.


बता दें कि फिल्म छपाक 10 फरवरी को रिलीज़ हुई थी. यह फिल्म एसिड अटैक सर्वाइवर लक्ष्मी अग्रवाल के जीवन पर आधारित है. जिन पर 15 साल की उम्र में एसिड से हमला किया गया था. लक्ष्मी ने बाद में स्टॉप एसिड सेल कैंपेन चलाया.


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इसके लिए उन्हें 2014 में अंतर्राष्ट्रीय महिला सम्मान पुरस्कार से नवाजा गया. फिल्म में दीपिका पादुकोण के अलावा एक्टर विक्रांत मैसी लक्ष्मी के रियल लाइफ पार्टनर और सोशल वर्कर आलोक दीक्षित का किरदार निभा रहे हैं.