नई दिल्ली: बिहार में चार साल बाद बीजेपी की सत्ता में वापसी होगी. महागठबंधन टूटने के बाद नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनेगी. आधी रात के करीब नीतीश कुमार ने राजभवन में राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश किया. नीतीश के साथ भावी डिप्टी सीएम सुशील मोदी, जीतनराम मांझी, ललन यादव, मंडल पांडे मौजूद रहे.
जेडीयू विधायक दल की बैठक के बाद नीतीश कुमार ने बिहार के सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. बिहार के राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने नीतीश कुमार का इस्तीफा मंजूर कर लिया. इस्तीफा देने के बाद नीतीश कुमार ने कहा कि हमने गठबंधन धर्म का पालन किया. इस माहौल में मेरे लिए काम करना मुश्किल हो गया था. मैंने कभी किसी का इस्तीफा नहीं मांगा. अंतरात्मा की आवाज के बाद इस्तीफा दिया. मैं अपना रुख नहीं बदल सकता.
आधी रात में शपथग्रहण के कार्यक्रम में बदलाव
नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के समय में देर रात बड़ा बदलाव हुआ. छठी बार सीएम पद की शपथ लेने जा रहे नीतीश का शपथ ग्रहण अब शाम पांच बजे के बजाए सुबह 10 बजे होगा. बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि सुबह सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सुशील मोदी का शपथ ग्रहण होगा, बाकी मंत्रीमंडल के शपथ ग्रहण को लेकर बाद में जानकारी दी जाएगी. शपथग्रहण के समय में इस बदलाव को इसलिए अहम माना जा रहा है क्योंकि राज्यपाल ने आरजेडी को मुलाकात के लिए सुबह 11 बजे का टाइम दिया है.
UPDATE:
- राज्यपाल से मुलाकात के बाद बिहार बीजेपी के अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा, "सुबह 10 सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम शपथ लेंगे. बिहार के विकास की रफ्तार को आगे बढ़ाने के लिए काम करना है. आरजेडी और कांग्रेस के पास बहुमत ही नहीं है. वो सबसे बड़ी पार्टी हैं लेकिन हम सबसे बड़ा गठबंधन हैं.''
- राज्यपाल से मुलाकात के बाद सुशील मोदी ने कहा, ''हमने कुल मिलाकर 132 विधायकों का समर्थन पत्र राज्यपाल को सौंपा है. आज सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण करने के लिए आमंत्रित किया है. हम जल्द से जल्द विश्वासमत प्राप्त करेंगे.''
- तेजस्वी ने ट्वीट कर नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है. तेजस्वी ने लिखा, ''नीतीश जी, अगर आप सच में ईमानदार और नैतिकतावादी हैं तो अपने विधायकों कैद करके क्यों रखा है? उन्हें मुक्त करिए...फिर आपकी नैतिकता पता चलेगी...अपनी ईमानदारी पर आपको गर्व है तो आधी रात में दावा पेश करने क्यों गए हैं? ईमानदार आदमी को कोई डर नहीं होता.''
- नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण के समय में देर रात बड़ा बदलाव हुआ. छठी बार सीएम पद की शपथ लेने जा रहे नीतीश का शपथ ग्रहण अब शाम पांच बजे के बजाए सुबह 10 बजे होगा.
- आरजेडी की ओर से समय की मांग के बाद राज्यपाल ने लालू यादव की पार्टी आरजेडी को सुबह 11 बजे का वक्त दिया. तेजस्वी यादव समेत कांग्रेस के नेता राज्यपाल से मिलेंगे.
- RLSP के नेता ललन पासवान और HAM के जीतनराम मांझी मंत्री बन सकते हैं, पिछड़ों को ज्यादा मंत्री पद दिए जाएंगे: सूत्र
- तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर राज्यपाल से समय मांगने की जानकारी दी. तेजस्वी ने लिखा, ''राज्यपाल से मिलने का माँगा समय. सबसे बड़ा दल होने के नाते करेंगे सरकार बनाने का दावा. बीजेपी के ख़िलाफ चुनकर आए जेडीयू विधायकों का भी मिलेगा समर्थन.''
- नीतीश कुमार को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया. नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने के लिए राजभवन रवाना हुए, सुशील मोदी भी साथ में मौजूद हैं.
- लालू यादव ने राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा. लालू का कहना है कि सबसे पार्टी उनकी है इसलिए सरकार बनाने का पहला मौका उन्हें दिया जाए.
- नीतीश कुमार रात में राज्यपाल से मिलेंगे. नीतीश कुमार के साथ सुशील मोदी, जीतन राम मांझी, आरएलएसपी विधायक ललन पासवान, एलजेपी के प्रतिनिधि और निर्दलीय विधायक भी राजभवन जाएंगे.
- एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कल शाम होने वाले शपथ ग्रहण में शामिल हो सकते हैं.
- गुरुवार सुबह 10 बजे नीतीश-बीजेपी गठबंधन का शपथ ग्रहण होगा. एबीपी न्यूज़ को मिली जानकारी के मुताबिक बिहार में कल बनने जा रही एनडीए सरकार में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री, सुशील मोदी डिप्टी सीएम इसके अलावा बीजेपी और जेडीयू के 13-13 मंत्री शामिल होंगे.
- एबीपी न्यूज़ को उच्च सूत्रों से जानकारी मिली है कि सुशील कुमार मोदी एक बार फिर बिहार में डिप्टी सीएम बनेंगे.
- जानकारी के मुताबकि नीतीश बीजेपी सरकार का शपथग्रहण कल होगा. आज नीतीश के घर बीजेपी-जेडीयू विधायकों की बैठक जारी है. जानकारी के मुताबिक राज्यपाल अभी रूटीन चेकअप करवा रहे हैं इसलिए देरी हो रही है.
- लालू यादव ने ट्वीट कर एक बार फिर नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. लालू ने ट्वीट में लिखा, ''नैतिकता और भ्रष्टाचार की दुहाई देने वाले नीतीश को चुनाव में आना चाहिए. पता लग जायेगा जनता भ्रष्टाचार/नैतिकता की लड़ाई में कितना उनके साथ है?''
- बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व ने जेपी नड्डा और अनिल जैन पर्यवेक्षक के तौर पर दिल्ली से पटना जाएंगे, दोनों नेता स्थित पर नजर रखेंगे.
- बिहार में नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी के साथ सरकार बनाने जा रहे हैं. नीतीश कुमार थोड़ी देर में राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे. बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने साफ किया है कि बीजेपी सरकार में शामिल होगी. इसी के साथ चार साल बाद बिहार में बीजेपी सत्ता में वापसी कर रही है.
बीजेपी के समर्थन के बाद क्या है सीटों का गणित?
बिहार में कुल 243 सीटें हैं, बहुमत के लिए 122 सीटें चाहिए. नीतीश कुमार के पास 71 सीटें हैं तो बीजेपी पास 58 सीटों का नंबर है. इन दोनों की सीटें मिलकर 129 होती हैं जो बहुमत के आंकड़े से सात सीट ज्यादा है. लालू की पार्टी आरजेडी के पास 80 सीटें हैं तो वहीं कांग्रेस के पास 27 विधायक हैं. इन दोनों का आंकड़ा जोड़ने पर 107 ही होता जो बहुमत से 15 कम है. - बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा, "हमने नीतीश कुमार को फोन कर बधाई दी है. हमने तय किया है कि नीतीश कुमार का समर्थन करेंगे. हमने अपने फैसले की जानकारी नीतीश कुमार को दे दी है. हम नीतीश कुमार को अपना नेता मानते हैं.'' बीजेपी ने राज्यपाल को इस फैसले की जानकारी दे दी है. नीतीश कुमार के घर पर बीजेपी के विधायक पहुंचने शुरू हो गए.
नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री मोदी को धन्यवाद दिया - नीतीश कुमार के इस्तीफे के एलान के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें बधाई दी थी. अब इस पर नीतीश कुमार ने ट्वीट के जरिए ही जवाब दिया है. नीतीश कुमार ने लिखा, ''हमने जो निर्णय लिया उसपर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट के द्वारा दी गई प्रतिक्रिया के लिए उन्हें तहेदिल से धन्यवाद.''
- लालू यादव ने कहा, "नीतीश कुमार को जब भी कोई दिक्कत हुई हमने दूर की और तिलक करके कहा कि जाओ राज करो. लेकिन उन्होंने ऐसा राज किया कि बिहार की जनता को थप्पड़ मार दिया. जब दंगा करवाने वाली पार्टी के साथ हाथ मिलाने को तैयार हैं.''
लालू यादव ने दिया ये नया फॉर्मूला; कोई तीसरा सीएम बने - लालू यादव ने नया फॉर्मूला दिया. लालू यादव ने कहा, "नीतीश कुमार के इस्तीफ के बाद महागठबंधन के तीनों दल नया नेता चुनें. इस्तीफे बाद आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है इसलिए सरकार बनाने का दावा पेश करने का हक हमारा है. लेकिन हम चाहते हैं कि ना नीतीश और ना तेजस्वी कोई तीसरा नेता मुख्यमंत्री बने.''
- लालू यादव ने कहा, ''नीतीश कुमार को पता था कि इस मामले में फंसने वाले हैं. बीजेपी के साथ नीतीश कुमार की सेटिंग थी. इस्तीफे के तुरंत बाद प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी. राजभवन के बाहर उन्होंने बीजेपी से समर्थन लेने की बात से इनकार नहीं किया. नीतीश कुमार के इस्तीफे से हमें दुख हुआ.''
नीतीश कुमार के ऊपर हत्या का आरोप है: लालू प्रसाद यादव - लालू यादव ने कहा, ''नीतीश कुमार को मालूम है कि उनके ऊपर मर्डर का केस है. देश के एक सीएम पर इतना गंभीर आरोप है जिसका संज्ञान लिया जा चुका है. नीतीश कुमार पर 302 और 307 का मुकदमा है. यह मामला 1991 का है. 31 अगस्त 2009 को लोअर कोर्ट ने इस मामले में संज्ञान लिया है. नीतीश कुमार ने अपने एमएलसी के शपथपत्र में भी इस मामले का जिक्र किया. भ्रष्टाचार से भी बड़ा मामला अत्याचार का होता है.''
- लालू यादव ने कहा, ''जेडीयू के प्रवक्ता लगातार सफाई मांग रहे थे लेकिन जेडीयू के प्रवक्ता पुलिस और सीबीआी नहीं हैं. इसलिए उनरे कहने पर सफाई नहीं देंगे. नीतीश कुमार का इस्तीफा सेट था.''
- नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद लालू यादव ने कहा, "नीतीश कुमार का जब बीजेपी से तलाक हुआ था तब उन्होंने कहा था कि मिट्टी में मिल जाएंगे लेकिन बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. उन्होंने संघ मुक्त भारत बनाने की बात कही थी. कल रात मेरी नीतीश जी से बात हुई थी और तेजस्वी यादव से भी करीब 40 मिनट बात हुई थी. इस बातचीत में उन्होंने इस्तीफा तो नहीं मांगा लेकिन यह कहा कि केस को लेकर सफाई दें. हमने वकीलों से बात की अगर पब्लिक डोमेन में ऐसी बात की जाएगी तो केस कमजोर होगा, एजेंसियों को मदद मिलेगी.''
- एपीबी न्यूज़ को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बीजेपी ने समर्थन का हाथ तो बढ़ाया है लेकिन गेंद नीतीश कुमार के पाले में डाल दी है. बीजेपी के एक बड़े नेता ने एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि अगर नीतीश कुमार को समर्थन चाहिए तो उन्हें खुलकर सामने आना पड़ेगा.
- नीतीश कुमार के इस्तीफ पर बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "हमें खुशी है कि नीतीश कुमार ने भ्रष्टाचार के हार ना मानकर इस्तीफा दिया. नीतीश कुमार ने आरजेडी के आगे घुटने नहीं टेके हमें इस बात की खुशी है. बीजेपी मध्यावधि चुनाव नहीं चाहती. विधायक दल बैठक में तीन लोगों की एक कमेटी बनायी गयी है जो केंद्रीय नेतृत्व को राज्य की स्थिति से अवगत कराएगा. इस कमेटी में सुशील मोदी और बिहार बीजेपी अध्यक्ष नित्यानंद राय भी शामिल हैं.''
- दिल्ली में बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक शुरू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह बैठक में मौजूद.
- नीतीश कुमार के इस्तीफे के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को बधाई दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ''भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई. सवा सौ करोड़ नागरिक ईमानदारी का स्वागत और समर्थन कर रहे हैं. देश के, विशेष रूप से बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठकर भ्रष्टाचार के ख़िलाफ़ एक होकर लड़ना,आज देश और समय की मांग है.''
- इस्तीफा देने के बाद बीजेपी के साथ सरकार बनाने को लेकर नीतीश कुमार ने कहा, ''जो होना थो वो हो गया, आगे क्या होगा इसे लेकर स्थिति साफ नहीं है. बिहार के हित के लिए जो भी संभव होगा वो कदम उठाया जाएगा. इस्तीफा देने से पहले हमने लालू यादव, कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और अपनी पार्टी के विधानमंडल दल के सदस्यों को भी जानकारी दी.''
- नीतीश कुमार ने कहा, ''मैं हमेशा विपक्षी एकता के पक्षधर रहा हूं लेकिन इसके लिए कोई एजेंडा तो होना चाहिए. इसके साथ ही अगर किसी मुद्दे पर हमें स्टैंड लेना हो चाहे नोटबंदी का मामला हो या राष्ट्रपति चुनाव तो इसकी आजादी तो होनी चाहिए. जिस बिहार में काम कर रहे हैं उसमें ऐसी स्थिति बन जाए जिसमें काम के बजाए कुछ और चर्चा हो रही तो अपनी अंतरात्मा की आवाज पर तय किया कि ऐसी सरकार चलाना संभव नहीं है. हम विवाद की राजनीति नहीं करते इसलिए किसी को बर्खास्त नहीं किया.''
- नीतीश कुमार ने कहा, "हमने नोटबंदी का समर्थन किया तो मेरे ऊपर पता नहीं कैसे कैसे आरोप लगे. लेकिन साथ ही हमने कहा कि बेनामी संपत्ति पर हमला कीजिए. मैं हमेशा कहता रहा हूं कि अवैध तरीके से हासिल की गई संपत्ति के खिलाफ रहा हूं.''
- नीतीश कुमार ने कहा, "मैंने राहुल जी से मुलाकात की, उनको अध्यादेश फाड़े जाने की बात की. हमने बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष से भी बात की लेकिन कुछ भी हल नहीं निकला. लालू जी से मेरी बात हो रही थी, हमने उनसे आरोपों पर सफाई देने को कहा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. सरकार के अंदर के किसी व्यक्ति पर कोई आरोप लगे और हम कोई जवाब देने की स्थिति में ना हों तो फिर सरकार चलाना मेरे स्वाभाव के हिसाब से संभव नहीं है.''
- नीतीश कुमार ने कहा, ''हमने अपने स्तर पर पूरी कोशिश की. हमने किसी का इस्तीफा नहीं मांगा. लालू जी और तेजस्वी यादव से मांग की जो भी आरोप लग रहे हैं उन पर सफाई दीजिए. मैंने ये बात कही थी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ. ऐसी परिस्थिति बन गयी कि काम करना मुश्किल हो गया. कई बार सोचने के बाद मेरा फैसला मेरे अंतरात्मा की आवाज है.''
- राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद नीतीश कुमार ने कहा, ''हमने महागठबंधन की सरकार को 20 महीने से ज्यादा चलाया है. जितना संभव हुआ गठबंधन धर्म का पालन करते हुए बिहार की जनता से चुनाव के दौरान जो बातें की उसी के मुताबिक काम करने की कोशिश की. इस माहौल में काम करना संभव नहीं था.''
- बिहार में बीजेपी विधायक दल की बैठक दल की बैठक शुरू.
- दिल्ली में आज शाम सात बजे बीजेपी पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक होनी है. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में बिहार में आगे की राजनीति को लेकर चर्चा हो सकती है.
तेजस्वी और लालू ने कहा था कि इस्तीफे नहीं देगे
आज आरजेडी विधायक दल की बैठक के बाद लालू यादव और तेजस्वी यादव ने साफ किया था वो किसी भी सूरत में इस्तीफा नहीं देंगे. एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था कि जब नीतीश कुमार ने मेरा इस्तीफा मांगा ही नहीं तो फिर इस्तीफे का सवाल ही नहीं होता. महागठबंधन को परेशान करने के लिए मुझे जानबूझकर परेशान किया जा रहा है. ये लोग जिंदगी भर हमारे नाती-पोतों पर भी आरोप लगाते रहेंगे.
तेजस्वी को बर्खास्त करने दबाव था
आपको बता दें कि बिहार में लालू यादव के घर पर सीबीआई के छापों रेलवे टेंडर घोटाले में डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव का नाम आने के बाद नीतीश पर तेजस्वी यादव के इस्तीफे का दवाब बन रहा था. इसी पूरी सरगर्मी के बीच नीतीश कुमार ने अपना इस्तीफा देने का फैसला लिया है.