Breast Cancer Treatment: मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल की एक रिसर्च के मुताबिक ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों की जान को 40 रुपये के इंजेक्शन से बचाया जा सकेगा. इंजेक्शन के एक डोज से ब्रैस्ट कैंसर की सेल्स स्थिर हो जाएंगी, जिससे कि शरीर के अन्य हिस्सों में इन सेल्स को फैलने से रोका जा सकेगा. इंजेक्शन की एक डोज की कीमत केवल 30 से 40 रुपये है.  
   
साल 2011 में टाटा मेमोरियल अस्पताल ने ब्रेस्ट कैंसर मरीजों के इलाज के लिए इस स्टडी की शुरुआत की थी. इस स्टडी को ‘इफेक्ट ऑफ पेरी- टुमोरल इंफिल्ट्रेशन ऑफ लोकल एनेस्थेटिक प्रायर टू सर्जरी ऑन सरवाइवल इन अर्ली ब्रेस्ट कैंसर’ नाम दिया गया था.  इस स्टडी में देश के 11 कैंसर केंद्र शामिल थे.


कैसे हुई रिसर्च?
टाटा मेमोरियल अस्पताल में मेडिकल ऑन्कोलॉजी के प्रोफेसर और स्टडी के सहयोगी में से एक डॉ सुदीप गुप्ता ने कहा, "यह रिसर्च स्तन कैंसर में एक सस्ता और तुरंत लागू करने योग्य उपचार प्रदान करता है. जिसका इस्तेमाल अन्य सर्जन कर सकते हैं. यह रिसर्च इस बात का प्रमाण है कि भारतीय केंद्र वैश्विक प्रभाव वाले अध्ययनों को डिजाइन और संचालित कर सकते हैं." इस इंजेक्शन का इस्तेमाल कैंसर के प्रभावित हिस्सों को सुन्न करने के लिए पहले लोकल एनेस्थीसिया किया जाता है. सर्जरी से पहले इस इंजेक्शन को ट्यूमर के चारों तरफ दिया जाता है.  


हर साल एक लाख मरीजों बचेगी जान? 
इंजेक्शन से हर साल एक लाख लोगों की जान बचाई जा सकती है. डॉ. सुदीप गुप्ता के मुताबिक इस इंजेक्शन के इस्तेमाल से ब्रेस्ट कैंसर से ठीक होने का दर पांच प्रतिशत बढ़ा है. आमतौर पर सर्जरी के बाद 81 प्रतिशत ब्रेस्ट कैंसर ठीक होते लेकिन इस इंजेक्शन के इस्तेमाल के बाद यह बढ़कर 86 फीसदी हो गया है.


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