BRICS Meet: 'अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए आतंकवाद खतरा, फंडिंग पर उठाएं कड़े कदम', बोले विदेश मंत्री एस जयशंकर
BRICS FM Meeting: ब्रिक्स के सदस्य देशों की बैठक में भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद को दुनिया की शांति के लिए खतरा बताया.
S jaishankar Speech: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने आतंकवाद को अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए प्रमुख खतरा बताया. उन्होंने गुरुवार (1 जून) को कहा कि सभी देशों को आतंकवाद की फंडिंग और प्रचार समेत कई खतरों के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए.
जयशंकर ने साउथ अफ्रीका के केपटाउन में ब्रिक्स के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में अपनी प्रारंभिक टिप्पणी में कहा कि आतंकवाद का उसके सभी स्वरूपों और अभिव्यक्तियों में मुकाबला किया जाना चाहिए और किसी भी परिस्थिति में आतंकवादी कृत्यों में संलिप्त लोगों को कभी भी माफ नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हम बदलाव के सिंबल हैं और इसको देखते हुए ही काम करना चाहिए.
ब्रिक्स में कौन-कौन से देश है?
दरअसल उभरती अर्थव्यवस्थाओं के समूह ब्रिक्स में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं. इन देशों के विदेश मंत्रियों की गुरुवार की बैठक अगस्त में जोहानिसबर्ग में होने वाले ब्रिक्स के शिखर सम्मेलन से पहले हो रही है. यह ग्रुप वैश्विक आबादी के 41 प्रतिशत, वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद के 24 प्रतिशत और वैश्विक व्यापार के 16 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करता है.
किन देशों के साथ हुई बैठक
एस. जयशंकर ने रूस, सऊदी अरब और दक्षिण अफ्रीका के विदेश मंत्रियो से भी गुरुवार को अलग-अलग द्विपक्षीय चर्चा की.उन्होंने कहा कि रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से ब्रिक्स, जी20 और एससीओ को लेकर चर्चा हुई. वहीं उन्होंने दक्षिण अफ्रीका और सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों के साथ वैश्विक हालात पर विचार-विमर्श करने के साथ-साथ संबंधों में प्रगति की समीक्षा की. बता दें कि हिंदुस्तान शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) और जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. वहीं विदेश मंत्रालय के अनुसार, दक्षिण अफ्रीका के बाद चार से छह जून तक वह (एस. जयशंकर) नामीबिया की यात्रा पर जाएंगे.