हैमबर्ग: प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिक्स देशों के नेताओं को आतंकवाद से लड़ने और वैश्विक अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने में भूमिका निभाने को कहा. उन्होंने जी20 देशों से भी आतंकवाद के लिए धन के रास्तों, उनकी सुरक्षित पनाहगाह और उन्हें समर्थन देने वालों के खिलाफ सामूहिक रूप से कारवाई करने का आहवान किया.
वैश्विक आथर्कि वृद्धि पर पीएम ने दिया जोर
जी20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) देशों के नेताओं के साथ अनौपचारिक बैठक में मोदी ने वैश्विक आथर्कि वृद्धि के लिये आपस में मिलकर काम करने पर जोर दिया.
मोदी ने इस मौके पर उनकी सरकार द्वारा आगे बढ़ाये गये सुधारों को लेकर भी जिक्र किया. इस अवसर पर विशेषतौर से जीएसटी लागू किये जाने के बारे में भी बताया. उन्होंने कहा, ब्रिक्स देशों की काफी मजबूत आवाज है और उन्हें आतंकवादी और वैश्विक अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर अपना नेतृत्व दिखाना चाहिये. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि जी20 देशों को आतंकवाद के फंडिंग, उनका समर्थन, उन्हें सुरक्षित पनाहगाह और प्रयोजित करने वालों का सामूहिक रूप से मुकाबला करना चाहिये.
ब्रिक्स देशों की बैठक भारत-चीन में बढ़े तनाव के बीच हुई है
ब्रिक्स देशों के नेताओं की यह बैठक ऐसे समय हुई है जब भारत और चीन की सेनायें सिक्किम क्षेत्र में एक दूसरे के खिलाफ आमने सामने डटी हैं. ब्रिक्स देश जी20 समूह का भी हिस्सा हैं. यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जी20 के सदस्य देश जिसमें भारत और चीन भी शामिल हैं, दुनिया में होने वाले कुल आथर्कि उत्पादन का 80 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं.