BRICS Summit: दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने की ब्रिक्स सम्मेलन की तैयारी की घोषणा, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे व्लादिमीर पुतिन
15th BRICS Summit: दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयार है. भारत समेत पांच देश में इसमें शामिल होते हैं. अब रूस के राष्ट्रपति ने भी इसमें शामिल होने का फैसला किया है.
BRICS Summit News: 15वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया जाएगा. दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी के लिए तैयारी की घोषणा की है. पांच देशों ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका को मिलाकर ब्रिक्स सम्मेलन होता है. कोरोना महामारी के बाद व्यक्तिगत रूप से आयोजित होने वाला यह पहला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन होगा लेकिन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसमें शामिल होंगे.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रूसी राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने फैसला किया है. उनकी यह पूर्ण भागीदारी होगी. वहीं, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव व्यक्तिगत रूप से शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे.
#UPDATE | Russian President’s Spokesperson Dmitry Peskov says, "Russian President Vladimir Putin has decided to participate in the BRICS summit via video conference. This will be full-fledged participation. Russian Foreign Minister Sergey Lavrov will attend the summit in person." https://t.co/pYVPo1GD2D
— ANI (@ANI) July 19, 2023
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामफोसा ने विश्वास जताया कि यह समिट सफल होगी. उन्होंने कहा कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से आने वाले प्रतिनिधियों को वह आवश्यक आतिथ्य प्रदान करने का आह्वान करते हैं.
चीन में हुआ था पिछला ब्रिक्स शिखर सम्मेलन
बता दें कि 14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन 23-24 जून 2022 को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की अध्यक्षता में वर्चुअल माध्यम से संपन्न हुआ था, जिसमें प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी, ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा वर्चुअल तरीके से जुड़े थे.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में इस समूह में शामिल देशों के बीच विकास से संबंधित कई क्षेत्रों में पारस्परिक सहयोग को बढ़ावा देने संबंधी चर्चा होती है. जलवायु परिवर्तन, व्यापार, ऊर्जा, आतकंवाद, आर्थिक संकट जैसे मुद्दे भी चर्चा में शामिल किए जाते हैं. 14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता का समर्थन किया गया था, साथ ही तालिबान के नियंत्रण वाले अफगानिस्तान की स्थिति पर भी चिंता जताई गई थी.
क्या है ब्रिक्स?
BRICS यानी ब्राजील, रूस, इंडिया, चीन और साउथ अफ्रीका, इन पांच देशों के समूह को यह नाम दिया गया है. ये सभी देश दुनिया की प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्था हैं. 2001 में ब्रिटिश अर्थशास्त्री जिम ओ नील ने चार उभरती अर्थव्यवस्थाओं ब्राजील, रूस, इंडिया और चीन के बारे में बताने के लिए ब्रिक (BRIC) शब्द की इस्तेमाल किया था. 2006 में इन चार देशों के समूह को औपचारिक रूप दिया गया.
2010 में इस समूह में साउथ अफ्रीका को शामिल करने के लिए निमंत्रण दिया गया. इसके बाद यह BRIC से BRICS हो गया. ब्रिक्स में शामिल पांच देशों में वैश्विक आबादी की करीब 41 फीसदी रहती है, वहीं इनमें वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 24 फीसदी हिस्सा है जबकि ये वैश्विक व्यापार के 16 फीसदी हिस्से का प्रतिनिधित्व करते हैं. समूह में शामिल पांचों देश क्रमानुसार हर वर्ष आयोजित होने वाले शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता करते हैं.
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