Brij Bhushan Sharan Singh WFI Elections 2023: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव 12 अगस्त को होंगे और इसके लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 31 जुलाई है. इस बीच भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने सोमवार (31 जुलाई ) को कहा कि उनके परिवार का कोई सदस्य राष्ट्रीय खेल संस्थान के आगामी चुनाव में दावेदारी पेश नहीं करेगा, लेकिन उन्होंने दोहराया कि उनके गुट को 22 राज्य संघों का समर्थन हासिल है.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद बृजभूषण ने दावा किया है कि रविवार (30 जुलाई) को उनकी मेजबानी में हुई बैठक में 25 राज्य इकाइयों में से 22 ने हिस्सा लिया. उन्होंने साथ ही कहा कि महासंघ के 12 अगस्त को होने वाले चुनावों के विभिन्न पदों के लिए ‘उनके उम्मीदवारों’ की घोषणा सोमवार (31 जुलाई ) को की जाएगी.
नामांकन का आखिरी दिन
बृजभूषण सोमवार (31 जुलाई ) को डब्ल्यूएफआई चुनावों के लिए नामांकन के अंतिम दिन भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के कार्यालय भी गए. बृजभूषण ने कहा, ''आज नामांकन का अंतिम दिन है, 22 राज्य संघों के सदस्य यहां थे और वे मिलने के लिए आए हैं और अब अपना नामांकन भरने जा रहे हैं. इनमें मेरे परिवार का कोई सदस्य नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले चुनाव होने दीजिए और फिर जो भी जीतेगा वह अपना काम करेगा.''
बृजभूषण चुनाव लड़ने के नहीं हैं पात्र
ओलंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक और एशियाई खेलों की स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगाट सहित देश के शीर्ष छह पहलवानों ने बृजभूषण पर कथित रूप से यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे. इन्होंने जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन भी किया था. हालांकि बृजभूषण चुनाव लड़ने के पात्र नहीं हैं क्योंकि वह राष्ट्रीय महासंघ के प्रमुख के तौर पर 12 साल पूरे कर चुके हैं जो राष्ट्रीय खेल संहिता के तहत पद पर बने रहने के लिए अधिकतम समय है.
क्यों बृजभूषण के परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा
बृजभूषण सिंह का बेटा करण भी मतदाता सूची का हिस्सा नहीं है क्योंकि खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों को वादा किया था कि भारतीय जनता पार्टी के नेता के परिवार का कोई सदस्य चुनाव नहीं लड़ेगा. डब्ल्यूएफआई के शीर्ष पद के लिए बृजभूषण के उत्तराधिकारी माने जा रहे उनके दामाद विशाल सिंह (बिहार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष) भी 12 अगस्त को होने वाले चुनाव में किसी शीर्ष पद के लिए दावेदारी पेश नहीं करेंगे.
बृजभूषण के उम्मीदवारों को विरोधी गुट से चुनौती मिलेगी जो कथित तौर पर यहां विभिन्न स्थलों पर बैठक कर रहे हैं. इस बैठक में कथित तौर पर असम, ओडिशा और हिमाचल प्रदेश की राज्य इकाइयों ने हिस्सा लिया.
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