नागरिकता कानून पर विरोध प्रदर्शनों के बीच ब्रिटेन, फ्रांस, अमेरिका, कनाडा ने जारी की ट्रैवल एडवाइजरी
ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को इन विरोध प्रदर्शनों के बीच भारत यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने को कहा है. कनाडा दूतावास ने भी 16 दिसंबर को जारी यात्रा परामर्श में अपने सभी नागरिकों से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों की सभी गैर-जरूरी यात्राएं टालने को कहा है.
नई दिल्ली: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों समेत कुछ हिस्सों में हो रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच कई पश्चिमी मुल्कों ने अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल एडवाइजरी जारी की है. ब्रिटेन, अमेरिका, फ्रांस समेत कई देशों ने अपने नागरिकों को इन विरोध प्रदर्शनों के बीच भारत यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने को कहा है.
ब्रिटेन ने अपने नागरिकों के लिए 16 दिसंबर को जारी ताजा यात्रा परामर्श में दिल्ली, असम, त्रिपुरा, पश्चिम बंगाल समेत कुछ स्थानों पर नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के मद्देनजर यात्रा में सतर्कता बरतने को कहा है. ब्रिटेन सरकार ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि बिना किसी पूर्व सूचना के अन्य इलाकों में भी विरोध प्रदर्शन संभव है. ब्रिटिश नागरिकों को राजधानी इंफाल और कुछ इलाकों को छोड़ गैर-आवश्यक यात्रा न करने की सलाह भी दी गई है.
फ्रेंच दूतावास ने भी अपने नागरिकों को पूर्वोत्तर राज्यों में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के मद्देनजर यात्रा के दौरान सतर्कता बरतने को कहा है. हालांकि भारत में फ्रांस के राजदूत इमानुअल लाइनिन ने कहा कि यह एक सामान्य प्रक्रिया है कि जब भी किसी स्थान पर ऐसा कुछ हो रहा हो जिससे यात्री प्रभावित हो सकते हैं तो दूतावास फ्रेंच नागरिकों को परामर्श देते हैं. नागरिकता संशोधन विधेयक के बारे में भारतीय सरकार के साथ किसी संवाद के बारे में मीडिया के सवालों पर उन्होंने कहा कि भारत एक लोकतात्रिक देश है. ऐसे में किसी दूसरे मुल्क का भारत की संवैधानिक प्रक्रिया और आंतरिक मामलों पर बोलना ठीक नहीं है. फ्रेंच राजदूत ने कहा कि यदि किसी को कोई शिकायत है तो भी भारत का कानून और सुप्रीम कोर्ट है जहां निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार संपर्क किया जा सकता है.
इस बीच अमेरिका ने भी अपने नागरिकों को पूर्वोत्तर भारत की यात्रा के दौरान अतिरिक्त सतर्कता बरतने की एडवाइजरी 13 दिसंबर को ही जारी कर दी थी. इसमें नागरिकों को सामान्य के मुकाबले अधिक सतर्कता रखने की हिदायत दी गई है. अमेरिकी नागरिकों को ताकीद किया गया है कि विरोध प्रदर्शनों औऱ कर्फ्यू के चलते मोबाइल व इंटरनेट सेवाएं भी इस इलाके में बाधित हैं. दूतावास के मुताबिक अमेरिकी अधिकरियों की आधिकारिक असम यात्राएं भी फिलहाल रद्द कर दी गई हैं.
कनाडा दूतावास ने भी 16 दिसंबर को जारी यात्रा परामर्श में अपने सभी नागरिकों से पूर्वोत्तर भारत के राज्यों की सभी गैर-जरूरी यात्राएं टालने को कहा है. इसके अलावा बांग्लादेश व पाकिस्तान सीमा से सटे भारत के इलाकों की यात्रा न करने की सलाह दी है.