तिरवनंतपुरम: कांग्रेस नेता शशि थरूर ने आज कहा है कि अंग्रेजों के 200 सालों के शासनकाल ने भारत को सबसे अमीर देश के गौरव से बाहर निकालकर दुनिया का सबसे गरीब देश बना दिया. थरूर ने कहा कि अंग्रेजों का भारत में विकास और राजनीतिक एकता लाने का दावा झूठा है और अंग्रेजों का भारत और भारत के लोगों की बेहतरी करने का कोई इरादा नहीं था.


अपनी नई किताब ‘एन एरा ऑफ डार्कनेस: द ब्रिटिश एंपायर इन इंडिया’ के विमोचन कार्यक्रम में दोपहर भोजन के दौरान थरूर ने कहा कि अंग्रेजों ने भारत में जो भी किया वह उनके शासन को मजबूत और यहां नियंत्रण करने के लिए आवश्यक था. उन्होंने कहा कि ब्रिटिश काल का इतिहास फिर से बताने की जरूरत है और उनकी यह किताब इसी का व्यापक प्रयास है.


थरूर ने कहा, ‘‘सच्चाई यह है कि 200 साल पहले अंग्रेज दुनिया के सबसे अमीर देश में आए थे, जिसकी जीडीपी 23 फीसदी थी. एक ऐसा देश जहां लोगों को गरीबी के बारे में पता ही नहीं था.’’ राज्यपाल पी सताशिवम ने प्रख्यात फिल्मकार अडूर गोपालकृष्णन को यहां शाम में आयोजित एक कार्यक्रम में किताब की प्रति प्रदान करते हुए किताब का विमोचन किया. थरूर ने कहा, ‘‘मैं यह दावा नहीं करता हूं कि मैं पहला व्यक्ति हूं जो यह कह रहा हूं. मैं विश्वास करता हूं कि इसे अब कहकर मैं अपने देश के लिए जरूरी सेवा कर रहा हूं.’’