Srinagar-Leh Highway: सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने 434 किलोमीटर लंबे श्रीनगर-लेह राजमार्ग को इस साल रिकॉर्ड 68 दिनों में खोल दिया. पिछले साल दिसंबर के महीने में सड़क को यातायात के लिए बंद कर दिया गया था.
राजमार्ग को आधिकारिक रूप से यातायात के लिए खोल देने के बाद मीडिया से बात करते हुए सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने कहा कि जोजिला दर्रे को खोलना हमेशा सबसे कठिन चुनौती होती है. उन्होंने बताया, ये बीआरओ के अधिकारियों और कर्मियों की कड़ी मेहनत के कारण था कि हम 68 दिनों की रिकॉर्ड संख्या में पास को खोलने में सक्षम थे. पिछले तीन साल से हम अपना ही रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं.
हमारी कोशिश होगी कि... - राजीव चौधरी
राजीव चौधरी ने आगे कहा, "हमारा प्रयास सिर्फ 60 दिनों (दो महीने) में सड़क बनाने का होगा. बीआरओ के अधिकारी और कर्मी पूरी तरह से अभ्यस्त हैं और क्षेत्र से परिचित हैं. सड़क खोलने की प्रक्रिया के दौरान कोई उपकरण क्षतिग्रस्त नहीं हुआ था.” उन्होंने कहा कि बीआरओ के साथ काम करने वाले स्थानीय लोगों को गर्म कपड़ों के अलावा पर्याप्त मजदूरी, आश्रय और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है.
इसके जरिए... - राजीव चौधरी
डीजी बीआरओ ने बताया, “कुछ लोग 25 साल से हमारे साथ हैं. हम एक परिवार की तरह हैं. सड़क लद्दाख में सैनिकों के अलावा बंदूकों, गोलियों और टैंकों सहित रक्षा उपकरण भेजने में मदद करती है. सड़क के जल्दी खोलने से सरकार के लिए एक दिन में 7 करोड़ रुपये बचाने में मदद मिलती है."
उन्होंने बताय, सड़क के जल्दी खुलने से लद्दाख क्षेत्र को आर्थिक धक्का देने में मदद मिलती है जो छह महीने तक दुनिया के बाकी हिस्सों से कटे रहते हैं क्योंकि लद्दाख के लोग इस सड़क के माध्यम से श्रीनगर आ सकते हैं. साथ ही अपनी आर्थिक गतिविधियों को अंजाम दे सकते हैं.
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