नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय ने अवैध कोयला खनन से जुड़े 1300 करोड़ रुपये से अधिक के मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में तृणमूल कांग्रेस के युवा नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि विकास मिश्रा को धनशोधन निषेध कानून (पीएमएलए) की विशेष अदालत में पेश किया गया जिसने उसे 6 दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया.


पीएमएलए के तहत दर्ज किया था मामला
ईडी ने दावा किया कि इन भाइयों को स्वयं उनके लिए और कुछ प्रभावशाली लोगों के लिए 730 करोड़ रूपये मिले. केन्द्रीय एजेंसी ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के लिए कोयला व्यापार और खनन से जुड़ी सीबीआई की एफआईआर पर गौर करने के बाद पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था.


अभिषेक बनर्जी की पत्नी सीबीआई ने की पूछताछ
सीबीआई ने इस मामले में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और डायमंड हार्बर लोकसभा क्षेत्र से सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा बनर्जी से पूछताछ की है. अभिषेक बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस में अच्छी धाक है और आसन्न विधानसभा चुनाव में वह पार्टी के 'जवाबी हमले' (पलटवार) का नेतृत्व कर रहे हैं. सीबीआई ने इस सिलसिले में अभिषेक बनर्जी की एक महिला रिश्तेदार से भी पूछताछ की है.


ये हैं बड़े नाम
केन्द्रीय जांच एजेंसी ने इस चोरी के कथित सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला, ईसीएल के महाप्रबंधक अमित कुमार धर और जयेश चन्द्र राय, ईसीएल के सुरक्षा प्रमुख तन्मय दास, कुनुस्तोरिया इलाके के सुरक्षा निरीक्षक धनंजय राय और कजोर इलाके के सुरक्षा प्रभारी देबाशीष मुखर्जी के खिलाफ पिछले साल नवंबर में एफआईआर दर्ज की थी.


दिल्ली और कोलकाता में 48 छापे मारे
अधिकारियों के अनुसार, मांझी कथित रूप से कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाकों में सीईएल की खानों से अवैध खनन और कोयले की चोरी में लिप्त है. ईडी ने दावा किया कि उसने मामले के संबंध में पिछले दो महीने में दिल्ली और कोलकाता में 48 छापे मारे हैं.


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