Telangana Politics: पूर्व स्पीकर ने थामा कांग्रेस का दामन, बेटा भी BRS छोड़ पार्टी में हुआ शामिल
Pocharam Srinivas Reddy: श्रीनिवास रेड्डी की गिनती तेलंगाना के वरिष्ठ और तेज तर्रार नेताओं में होती है. बीआरएस सरकार में 2018 से 2023 तक विधानसभा अध्यक्ष और 2014 से 2018 तक कृषि मंत्री रह चुके हैं.
BRS MLA Join Congress: तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (BRS) को एक और झटका लगा है. यहां बीआरएस के पांचवें विधायक भी शुक्रवार (21 जून 2024) को कांग्रेस में शामिल हो गए. जानकारी के मुताबिक, पूर्व स्पीकर और विधायक पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी और उनके बेटे भास्कर रेड्डी ने शुक्रवार को कांग्रेस की सदस्यता ली है.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी ने अपने कैबिनेट सहयोगी पोंगुलेटी श्रीनिवास रेड्डी के साथ शुक्रवार को बांसवाड़ा से भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के विधायक पोचाराम श्रीनिवास रेड्डी से उनके आवास पर मुलाकात की और उन्हें कांग्रेस में शामिल कराया. विधायक श्रीनिवास रेड्डी ने कहा कि उन्होंने रेवंत रेड्डी के मुख्यमंत्री बनने के बाद के घटनाक्रमों को गौर से देखा है और उनकी किसान समर्थक नीतियों ने उन्हें काफी प्रभावित किया है. चूंकि मैं किसान परिवार से आता हूं और सरकार की प्रतिबद्धता को समझते हुए मैंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है.
कांग्रेस में आने को बताया घर लौटने जैसा
श्रीनिवास रेड्डी बीआरएस सरकार में 2018 से 2023 तक विधानसभा अध्यक्ष और 2014 से 2018 तक कृषि मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने बताया कि वह विभिन्न कारणों से तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) छोड़कर तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस, अब बीआरएस) में शामिल हुए थे, जबकि टीडीपी से पहले वह कांग्रेसी ही थे. उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन एक कांग्रेसी के रूप में ही शुरू किया था. इसलिए यह घर लौटने जैसा है.
ऐसा रहा है राजनीतिक सफर
श्रीनिवास रेड्डी की गिनती तेलंगाना के वरिष्ठ और तेज तर्रार नेताओं में होती है. इन्होंने 1976 में कांग्रेस के साथ अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया और बाद में 1984 में टीडीपी में शामिल हो गए. उन्होंने संयुक्त आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में कार्य किया. 2011 में तेलंगाना आंदोलन के चरम पर टीडीपी विधायक के रूप में इस्तीफा देकर टीआरएस में शामिल हो गए. उन्होंने 1994, 1999, 2009, 2014, 2018 और 2023 में बांसवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की.
पहले भी कई विधायक आ चुके हैं कांग्रेस में
बता दें कि इनसे पहले दानम नागेंद्र, तेलम वेंकट राव और कदियम श्रीहरि भी बीआरएस छोड़कर कांग्रेस में आ हो चुके हैं. इस बीर बीआरएस से कांग्रेस में शामिल हुए खैरताबाद के विधायक दानम नागेंद्र का कहना है कि बीआरएस के करीब 20 विधायक जल्द ही कांग्रेस में शामिल होंगे.
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