BRS On Congress: लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकजुटता की हो रही चर्चा के बीच तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (KCR) की पार्टी बीआरएस ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. सीएम केसीआर की बेटी और बीआरएस की नेता के. कविता (K Kavitha) ने दिल्ली में गुरुवार (9 मार्च) को कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय पार्टी नहीं रह गई है. 


के. कविता ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, ''कांग्रेस अब नेशनल पार्टी नहीं रह गई है. पता नहीं कब कांग्रेस अपना अहंकार छोड़कर हकीकत का सामना करेगी. हमारा मानना है कि सभी विपक्षी दलों को एक साथ आना होगा, आपको कांग्रेस से उसके रुख के बारे में पूछना होगा.''


दरअसल वो दिल्ली की शराब नीति मामले में नाम आने और महिला आरक्षण सहित कई मद्दों पर कही रही थीं. ईडी ने आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में पूछताछ के लिए के. कविता को तलब किया है. 


कांग्रेस पर विपक्षी नेताओं का ये हमला पहला नहीं है.


'कांग्रेस गायब हो जाती है'
हाल ही में दिल्ली की आबकारी नीति मामले में मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद अरविंद केजरीवाल की आप और शरद पवार की पार्टी एनसीपी सहित आठ राजनीतिक दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त पत्र लिखा था. इसमें आरोप लगाया गया था कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. हांलाकि इस लेटर में कांग्रेस पार्टी के हस्ताक्षर नहीं थे. 


आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा था कि कांग्रेस राष्ट्रीय मुद्दे आने पर गायब हो जाती है. उन्होंने कहा, ''कांग्रेस कभी विपक्ष के साथ खड़ा नहीं होती.  ह8 उनका इतिहास है. हम बीजेपी का दावा सुनते हैं कि वो राहुल गांधी और रॉबर्ट वाड्रा को जेल में डालेगी लेकिन यह सिर्फ एक जुबानी जंग है.'' 


ममता बनर्जी ने दिया ये बयान
पश्चिम बंगाल की सागरदिघी विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस ने जीत दर्ज की है. यहां से बायरन बिस्वास जीते हैं. दूसरे नंबर पर टीएमसी के देवाशीष बनर्जी रहे. इस  रिजल्ट पर ममता बनर्जी ने कहा था कि कांग्रेस-माकपा और बीजेपी के बीच अनैतिक गठबंधन था. इसके कारण उसे जीत मिली है. इससे आए दिन विपक्षी एकजुटता को लेकर सवाल उठ रहे हैं. 


कांग्रेस ने क्या कहा? 
हालांकि कांग्रेस लगातार एकजुटता की अपील कर रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एमके स्टालिन की चेन्नई में कराई गई रैली में कहा था कि समान विचारधारा वाले सभी दल एक साथ आए. हमें सबको मिलकर विभाजन करने वाले को हटाना है. खरगे ने आगे कहा था कि उन्होंने कभी नहीं बोला कि विपक्ष की ओर से पीएम पद का चेहरा कौन होगा. कांग्रेस कभी नहीं बताएगी कि कौन अगुवाई करेगा. 


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