K Kavitha Strike: केसीआर की बेटी के कविता की जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल, 12 विपक्षी दलों के नेता होंगे शामिल, जानें क्या है मांग
K Kavitha Strike: केसीआर की बेटी की एक दिवसीय भूख हड़ताल के बहाने विपक्षी एकता को मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं. धरने में 12 विपक्षी पार्टियों के नेता पहुंचने वाले हैं.
K Kavitha Strike At jantar Mantar: तेलंगाना सीएम केसीआर की बेटी और भारत राष्ट्र समिति (BRS) की नेता के कविता शुक्रवार (10 मार्च) को संसद और विधानसभाओं में महिला आरक्षण की मांग को लेकर धरने पर बैठी हैं. कविता के धरने में 12 विपक्षी दलों के नेता शामिल होंगे. इस धरने को महिला आरक्षण के बहाने मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की बीआरएस की कवायद के रूप में देखा जा रहा है.
मंच से बोलते हुए कविता ने कहा जब तक महिला आरक्षण कानून नहीं बनता तब तक चुप नहीं बैठेगी. के कविता के धरने में सीपीएम नेता सीताराम येचुरी भी पहुंचे. सीताराम येचुरी ने कहा कि महिला आरक्षण बिल को सीपीएम का पूरा समर्थन है.
इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, नेशनल कांफ्रेंस, जनता दल (यूनाइटेड), राष्ट्रीय जनता दल और समाजवादी पार्टी समेत कई दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है.
पीछे नहीं हटेंगे- कविता
के कविता ने कहा, मैं आपसे वादा करती हूं कि जब तक ये बिल नहीं आएगा तब तक हम ये रास्ता नहीं छोड़ेंगे. आंदोलन करते रहेंगे क्योंकि इस बिल से हिंदुस्तान का भला हो सकता है.
बीआरएस एमएलसी ने आगे कहा, जिस तरह से पूरी दुनिया का विकास हो रहा है, अगर उसी तेजी से हिंदुस्तान का भी विकास होना है तो महिलाओं को राजनीतिक क्षेत्र में भी भागीदारी मिलनी चाहिए. इस क्षेत्र में भागीदारी मिलने के लिए महिला आक्षरण बिल को लाना बहुत जरूरी है. ये बिल 27 साल से लंबित है."
18 पार्टियों के पहुंचने का दावा
तेलंगाना सीएम की बेटी के कविता ने गुरुवार (9 मार्च) को कहा था कि विरोध प्रदर्शन में 18 पार्टियों के नेताओं ने पहुंचने को लेकर अपनी स्वीकृति दी है. महिला आरक्षण बिल पर बोलते हुए के कविता ने कहा, भाजपा ने वादा किया था कि वह पूर्ण बहुमत में आने पर महिला आरक्षण को लागू करेगी. 2014 और 2019 में दो बार बीजेपी पूर्ण बहुमत से सत्ता में रही लेकिन उसने अपना वादा पूरा नहीं किया.
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