K Kavitha Remark On Rahul Gandhi: तेलंगाना विधान परिषद की सदस्य और राज्य के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता ने बुधवार (16 अगस्त) को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर जोरदार हमला बोलते हुए बिल्ली-चूहे वाली एक पुरानी कहावत दोहराई.


उन्होंने राहुल गांधी की अगुवाई में निकाली गई कांग्रेस की 'भारत जोड़ों यात्रा' की तुलना में कहा कि 'हजार चूहे खाकर बिल्ली हज को चली.' कविता ने भोदान में पार्टी की एक बैठक में हिस्सा लिया. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर भी कटाक्ष किया कि 62 वर्षों तक उसने (कांग्रेस) देश पर शासन किया और 'गरीबी हटाओ' का नारा दिया लेकिन गरीब फिर भी गरीब बने रहे.


2024 के आम चुनाव में निजामाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा करने के बाद यह के कविता की इस क्षेत्र की पहली यात्रा है. कविता के स्वागत में बीआरएस कार्यकर्ताओं ने एक विशाल रैली आयोजित की.


क्या कुछ बोलीं BRS नेता के कविता? 


के कविता ने कहा, ''उन्होंने (राहुल गांधी) एक पैदल मार्च निकाला- भारत जोड़ो यात्रा. आपको पता है कि मुझे (यात्रा के बारे में) क्या लगता है, हजार चूहे खाकर बिल्ली हज को चली. राहुल गांधी जी ने ऐसा ही किया. देश को स्वतंत्रता मिलने के बाद कांग्रेस पार्टी ने 62 वर्षों तक शासन किया. आपने मुसलमानों के लिए क्या किया? आप (कांग्रेस पार्टी) 'गरीबी हटाओ' कहते रहे. आपने गरीबों के लिए क्या किया है? आपने गरीब लोगों को तो हटा दिया, लेकिन गरीबी को नहीं.''


बीआरएस कार्यकर्ताओं को कविता ने दिए ये निर्देश


के कविता ने बीआरएस के कार्यकर्ताओं से कहा कि वे निर्वाचन क्षेत्र के हर घर और मस्जिद में जाएं और मौलानाओं से मिलें, उन्हें यह समझाएं कांग्रेस को क्यों वोट नहीं देना चाहिए. उन्होंने कहा कि तेलंगाना में कोई भी वह क्रांति नहीं ला सका जो मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) पिछले 10 वर्षों में राज्य में लाने में सक्षम रहे हैं.


पिता केसीआर के शासन की तारीफ में ये बोलीं के कविता


के कविता ने कहा कि केसीआर शासन के तहत पिछले 10 वर्षों के दौरान राज्य में कोई सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई है. राहुल गांधी कहते हैं कि संविधान और लोकतंत्र खतरे में है लेकिन सच्चाई यह है कि तेलंगाना में एक शक्तिशाली नेता और शक्तिशाली लोकतंत्र है और सीएम केसीआर के नेतृत्व में संविधान फल-फूल रहा है. बता दें कि अगले वर्ष लोकसभा चुनाव से पहले इस साल के अंत में जिन पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव होने हैं, उनमें तेलंगाना भी शामिल है.


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