BS Yediyurappa: पांच दशक की राजनीति, चार बार बने सीएम बने लेकिन कभी पूरा नहीं कर पाए कार्यकाल
पहले भी येदियुरप्पा को सीएम पद से हटना पड़ा था जिसके बाद उन्होंने अपनी केजेपी नाम से अलग पार्टी भी बनायी थी. इसके साथ ही कुमारसामी सरकार से पहले भी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था.
नई दिल्ली: कर्नाटक में मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा आज अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. आज सरकार के दो साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम रखा गया था. इसी कार्यक्रम में अपनी सरकार के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करते भावुक भाषण के दौरान बीएस येदियुरप्पा ने इस्तीफे का एलान किया. उन्होंने कहा कि लंच के बाद मैं राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा देने जा रहा हूं. भाषण के दौरान उनकी आंखों से आंसू भी निकल आए.
पार्टी में शुरुआती काम का किया जिक्र, पूर्व पीएम वाजपेयी को भी याद किया
कार्यक्रम में येदियुरप्पा ने अपने पार्टी में अपने शुरुआती दिनों को याद किया. उन्होंने बतााया कि कैसे उन्होंने राज्य में पार्टी को मजबूत किया. उन्होंने बताया कि कैसे वो साइकिल से पार्टी के काम के लिए जाते थे. उन्होंने बताया कि उनके काम के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने उनकी तारीफ भी की थी.
इसके साथ ही उन्होंने कि जब मैंने सत्ता में कदम रखा तो हमेशा अग्नि परीक्षा देनी पड़ी. बता दें कि पहले भी येदियुरप्पा को सीएम पद से हटना पड़ा था जिसके बाद उन्होंने अपनी केजेपी नाम से अलग पार्टी भी बनायी थी. इसके साथ ही कुमारसामी सरकार से पहले भी उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था. भाषण में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जेपी नड्डा और अमित शाह का धन्यवाद भी दिया.
पांच दशक की राजनीति, कभी पूरा नहीं कर पाए सीएम कार्यकाल
कर्नाटक में बीजेपी के सबसे बड़े नेता बीएस येदियुरप्पा करीब पांच दशक से सक्रिय राजनीति में हैं. येदियुरप्पा राज्य में मजबूत लिंगायत समाज से आते हैं. कर्नाटक में लगभग 17 फीसदी लिंगायत हैं और लगभग 100 विधानसभा सीटों पर लिंगायत का प्रभाव है.
बीएस येदियुरप्पा ने राजनीति में ऐसा रिकॉर्ड बनाया जो कोई भी नेता नहीं बनाना चाहेगा. येदियुरप्पा ने एक तरफ जहां चार बार कर्नाटक सीएम रहने का रिकार्ड बनाया तो वहीं कभी भी 5 साल का कार्यकाल पूरा ना करपाने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है.
बीएस येदियुरप्पा के कद का अंजादा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 8 बार विधायक और एक बार सांसद रहे. नवंबर 2012 में बीजेपी से अलग होकर अपनी पार्टी बनाई. इसके बाद 2014 में पार्टी का बीजेपी में विलय कर सांसद चुने गए.
परिवार की बात करें तो इनके बेटे बी वाई राघवेंद्र 1 बार के विधायक और 3 बार के सांसद हैं वहीं. दूसरे बेटे बी वाई विजेंद्र कर्नाटक बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं. मोदी मंत्रिमंडल में विस्तार से पहले ऐसा कहा जा रहा था कि येदियुरप्पा अपने बेटे के लिए मंत्री पद चाहते थे.
कब कब मुख्यमंत्री बने येदियुरप्पा?
बीएस येदियुरप्पा सबसे पहले 12 नवंबर 2007 को मुख्यमंत्री बने लेकिन महज सात दिन बाद 19 नवंबर 2007 को ही उन्हें इस्तीफा देना पड़ा. इसके बाद 30 मई 2008 को दूसरी बार मुख्यमंत्री बने, इस बार 4 अगस्त 2011 को इस्तीफा दिया. तीसरी बार 17 मई 2018 को मुख्यमंत्री बने और फिर महज छह दिन बाद 23 मई 2018 को इस्तीफा हो गया. चौथी बार 26 जुलाई 2019 को सीएम बने और आज राज्यपाल से मिलकर इस्तीफा देने जा रहे हैं.