Karnataka BJP Chief Vijayendra Yediyurappa: बीजेपी ने शुक्रवार (10 नवंबर) को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा के बेटे विजयेंद्र येदियुरप्पा (Vijayendra Yediyurappa) को राज्य इकाई का प्रमुख नियुक्त किया. इसके जरिये पार्टी ने युवा पीढ़ी को नेतृत्व सौंपने का कार्यकर्ताओं को एक स्पष्ट संदेश दिया है, लेकिन बीएस येदियुरप्पा का कहना है कि उनको इसकी बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कभी भी नई दिल्ली में पार्टी नेतृत्व से इसके लिए नहीं कहा था.
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि विजयेंद्र संगठन को मजबूत करने के लिए पार्टी में सभी को एक साथ लेकर चलेंगे. उन्होंने कहा कि विजयेंद्र यह भी सुनिश्चित करेंगे कि आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी राज्य की कुल 28 लोकसभा सीटों में से 25 से अधिक सीटें जीते.
येदियुरप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ''हममें से किसी ने भी उम्मीद नहीं की थी, चाहे आप मानें या न मानें, एक दिन भी मैंने दिल्ली में किसी से विजयेंद्र को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की पैरवी नहीं की. आप किसी से भी पूछ सकते हैं.''
'बेटे की नई नियुक्ति में मेरी भूमिका नहीं'
विजयेंद्र नई नियुक्ति से पहले तक पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पद पर थे. पूर्व सीएम येदियुरप्पा ने कहा कि इस मामले में अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिया. इस बीच मेरी कोई भूमिका नहीं थी.
विजयेंद्र को माना जाता है कुशल संगठनात्मक नेता
गौरतलब है कि विजयेंद्र पूर्व सीएम येदियुरप्पा के छोटे बेटे हैं तथा शिवमोग्गा जिले के शिकारीपुरा से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए हैं. नलिन कुमार कतील की जगह लेने वाले विधायक विजयेंद्र को कुशल संगठनात्मक नेता माना जाता है.
कतील ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय से आते हैं. येदियुरप्पा के राजनीतिक उत्तराधिकारी के तौर पर देखे जाने वाले विजयेंद्र (47) की नियुक्ति के साथ ही कई महीनों से चल रही अटकलों पर विराम लग गया. येदियुरप्पा बीजेपी की शीर्ष संगठनात्मक इकाई, संसदीय बोर्ड के सदस्य भी हैं. उनके बड़े बेटे बीवाई राघवेंद्र लोकसभा सदस्य हैं.
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