BSF Buy Camel: देश की सीमा पर तैनात सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने सीमा पर चौकसी बढ़ाने के लिए ऊंटों की खरीदारी की है. बीएसएफ में लंबे समय से नए ऊंटों की खरीद नहीं होने की वजह से ऊंटों की कमी हो गई थी, लेकिन अब करीब 200 नए ऊंटों को सीमा सुरक्षा बल में शामिल किया गया है. ऊंचे- ऊंचे रेत के टीलों में जहां कोई वाहन काम नहीं करता वहां ऊंट ही जवानों के साथी होते हैं. पिछले करीब आठ-दस सालों से बीएसएफ में ऊंट नही खरीदे गए थे. 


ऊंट क्यों है जरूरी? 


राजस्थान के रेतीले बॉर्डर पर ऊंट के जरिए ही बीएसएफ के जवान दिन रात गश्त करते हैं. सीमावर्ती इलाकों में ये ऊंट जवानों के सबसे महत्वपूर्ण साथी साबित होते हैं. पिछले कुछ सालों से बीएसएफ में ऊंट को नहीं खरीदने के कारण कमी हो गई थी. इसी को देखते हुए 200 नए ऊंट खरीदने का फैसला लिया गया है. करीब तीन दर्जन नए ऊंटों को बीकानेर ला दिया गया है.  


बीएसएफ कैसे ऊंट खरीदती है? 


बीएसएफ अपने लिए अच्छी नस्ल के क़द्दावर और चार से छह साल उम्र तक के ऊंट ख़रीदती है. बीकानेर बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि अपनी टीम के साथ पिछले कई महीनों से वो अलग-अलग जिलों में जाकर अच्छे ऊंट खरीद रहे हैं.


डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह राठौड़ आगे बताया कि इन ऊंट को पहले तीन महीने की ट्रेनिंग दी जाएगी. इसमें ऊंट अपने हैंडलर के इशारों से सीखते हैं कि कब बैठना है, कब चलना और दौड़ना है. बीएसएफ में कैमल ट्रेनर गिरधारी और हरचंद सिंह पिछले करीब 25 साल से ऊंटों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. इन ऊंटों को 40 से 50 साल की उम्र तक सेवा में रखा जा सकता है. 


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