BSF को मिली और अधिक ताकत पर पंजाब के सीएम चरणजीत चन्नी का केंद्र पर निशाना, बोले- इसके खिलाफ सभी पार्टियां हों एकजुट
Punjab Govt on BSF Area Expanded: पंजाब में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र का दायरा बढ़ाने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक बार फिर गृह मंत्रालय के इस फैसला पर कड़ा विरोध जताया है.
Punjab Govt on BSF Area Expanded: पंजाब में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र का दायरा बढ़ाने को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने एक बार फिर गृह मंत्रालय के इस फैसले पर कड़ा विरोध जताया है. साथ ही उन्होंने पंजाब की सभी राजनीतिक पार्टियों को इस मुद्दे पर एकजुट होने का आह्वान किया है.
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने ट्वीट किया, "मैं पंजाब क्षेत्र के अंदर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के अधिकार क्षेत्र के 50 किलोमीटर तक के विस्तार की निंदा करता हूं. इस तरह के फैसले का कोई तर्क नहीं. मैं भारत सरकार के इस फैसले का कड़ा विरोध करता हूं. इस एकतरफा कार्रवाई से पंजाब के लोग काफी आहत हैं. यह मोदी सरकार का लोकतंत्र विरोधी और संघीय विरोधी फैसला है."
I strongly oppose & condemn the GoI's authoritarian decision to illogically expand the @BSF_India's jurisdiction to 50 km inside the Punjab territory. People of Punjab are greatly offended by this unilateral action. This is an anti-democratic & anti-federal decision by Modi Govt.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 18, 2021
दूसरे ट्वीट में लिखा, "पंजाब की संवैधानिक गरिमा और संघीय सवायत्तता को बनाए रखने के लिए इस लड़ाई में सभी पंजाबियों को एकजुट हो जाना चाहिए. अगर जरुरत पड़ी तो हम इस मुद्दे पर समाधान के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाएंगे."
All Punjabis must be united in this fight for upholding Punjab's constitutional dignity and federal autonomy. If necessary, we shall convene a special session of Vidhan Sabha to address this matter.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 18, 2021
वहीं, एक अन्य ट्वीट में सीएम चन्नी ने लिखा, "इस लड़ाई में मैं पंजाब के सभी राजनीतिक दलों को एकजुट होकर काम करने का अनुरोध करता हूं. शिरोमणी अकाली दल प्रमुख सुखबीर सिंह बादल को चेतावनी देता हूं कि राजनीतिक महत्वकांक्षाओं के लिए ऐसे संवेदनशील मुद्दे का इस्तेमाल ना करें."
In this fight, I urge all political parties in Punjab to work together. I warn @officeofssbadal not to misuse this sensitive issue for vested political ambitions.
— Charanjit S Channi (@CHARANJITCHANNI) October 18, 2021
बात दें कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अब बीएसएफ अधिकारियों को पश्चिम बंगाल, पंजाब और असम में देश की सीमा से लगे 50 किलोमीटर तक के इलाके में तलाशी, गिरफ्तारी और जब्ती की अनुमति दी है, जिसे लेकर पंजाब सरकार खफा है. पंजाब सरकार ने भारत सरकार के इस फैसले को राज्यों के अधिकार क्षेत्र में केंद्र की दखलअंदाजी बताया है. पंजाब सरकार सरकर इस फैसले को वापस लेने की मांग कर रही है.
वहीं, बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र बढ़ाए जाने का पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने समर्थन दिया है. उन्होंने इस फैसले के बाद कहा, "कश्मीर में हमारे जवान मारे जा रहे हैं. हम देख रहे हैं कि पाकिस्तान के आतंकवादी ज्यादा से ज्यादा हथियार और नशीले पदार्थ पंजाब में भेज रहे हैं. बीएसएफ की बढ़ी शक्तियां और दायरा ही हमें और मजबूती देंगी. इसलिए हम बीएसएफ को राजनीति में ना घसीटें. पक्षपातपूर्ण विचार राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दे पर हमारे रुख को निर्धारित नहीं कर सकते हैं और ना ही करना चाहिए. मैंने 2016 सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त भी कहा था और फिर दोहरा रहा हूं. हमें राजनीति से ऊपर उठना होगा तब जब भारत की सुरक्षा दांव पर है, जैसे कि अभी है."