नई दिल्ली: देश के जवान सीमा पर दिन रात चौकसी करते हैं तो हम और आप चैन की नींद सोते हैं. इस बीच में जवानों पर क्या गुजरती है, इसकी खबर बहुत कम लोगों को होती है? ऐसे में फेसबुक पर बीएसएफ के जवान तेज बहादुर यादव का दर्द वायरल हो चुका है. फेसबुक पर बीएसएफ के इस जवान की पीएम से अपील को 70 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं और करीब चार लाख लोग शेयर कर चुके हैं.
वीडियो में क्या कह रहा है जवान
वीडियो में तेज बहादूर कहते हैं, "देशवासियों मैं आपसे एक अनुरोध करना चाहता हूं. हम लोग सुबह 6 बजे से शाम 5 बजे तक, लगातार 11 घंटे इस बर्फ में खड़े होकर ड्यूटी करते हैं. कितना भी बर्फ हो, बारिश हो, तूफान हो, इन्हीं हालातों में हम ड्यूटी कर रहे हैं.'' सोशल मीडिया पर अपने संदेश को डालते हुए तेज बहादुर ने अपील की है कि उसके दर्द को देश समझे.
बड़े अधिकारियों पर आरोप, सेना या सरकार पर नहीं
वीडियो में तेज बहादुर ने अपने सीनियर अधिकारियों पर बड़े घोटाले का आरोप लगाया है. अपने कैंप के खाने पीने में हो रहे कथित घोटाले के लिए तेज बहादुर केवल अपने अधिकारियों पर आरोप लगा रहा है, सरकार या सेना प्रशासन पर नहीं. रोटी के एक टुकड़े और दाल के नाम पर हल्दी पानी का ये मसला उस समय और गंभीर हो जाता है जब आपको पता चलेगा कि तेज बहादुर को कहां और किस हालत में अपनी ड्यूटी निभानी पड़ती है.
हरकत में सरकार, मामले की जांच तेज
तेजबहादुर के वीडियो के बाद सरकार भी हरकत में है और मामले की जांच शुरू हो गई है. गृहमंत्री ने गृह सचिव को बीएसएफ से रिपोर्ट तलब कर जरुरी कार्रवाई का आदेश दिया है वहीं बीएसएफ ने भी जवान की शिकायत पर डीआईजी स्तर के एक अधिकारी को जम्मू-कश्मीर में एलओसी की उस पोस्ट पर भेजा है जहां जवान तैनात है.
बीएसएफ ने जारी किया बयान
बीएसएफ ने बयान जारी कर कहा है, "बीएसएफ अपने जवानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए तत्पर रहता है. अगर किसी एक शख्स को कोई परेशानी हुई है तो इसकी जांच होगी. इस मामले की जांच के लिए एक उच्च अधिकारी मौके पर पहुंच चुका है.''
बीएसएफ के डीआईजी एमएसडी मान ने कहा, ''उनकी 20 साल की सेवा में चार बार गलत व्यवहार की शिकायत दर्ज की गई है. फ्रस्ट्रेशन की वदह से उन्हें प्रमोट भी नहीं किया गया. अगर उनके आरोप सच पाए गए तो दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी."
विवादों में रहा है तेज बहादुर का करियर
खुद वीडियो बनाने वाले जवान तेज बहादुर यादव के इतिहास को लेकर भी कई सनसनीखेज जानकारी सामने आई है. सूत्रों के मुताबिक बीएसएफ के जवान तेज बहादुर का करियर विवादों में रहा है, 20 साल की सेवा में 4 बार कड़ी सजा मिल चुकी है, उस पर अपने कमांडेंट पर बंदूक ताने तक का संगीन आरोप लग चुका है.
बीएसएफ की ओर से प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई है. इसमें संबताया गया है कि शुरूआती दिनों में तेज बहादुर को नियमित काउंसलिंग की जरूरत पड़ी थी. वह बिना बताए ड्यूटी पर अनुपस्थित भी रहता था. उसे शराब पीने की भी बुरी लत थी. उसे ज्यादातर मुख्यालय पर ही ड्यूटी में रखा जाता था. लेकिन, 10 दिनों पहले ही उसे उक्त स्थान पर भेजा गया था. जिससे उसकी काउंसलिंग को लेकर उसके लाभ का आंकलन किया जा सके.
इस बीच बीएसफ के पूर्व प्रमुख प्रकाश सिंह ने जवान की मंशा पर ही सवाल उठा दिए हैं. बीएसफ जवान की मंशा पर सवाल उठाने के बावजूद सरकार मामले की निष्पक्ष जांच चाहती है और देखना होगा कि ये मामला आगे क्या रुख लेता है ?