नई दिल्ली: ऐसे समय में जब पूरा विश्व कोविड-19 वायरस की महामारी से प्रभावित हो चुका है तब संकट की इस घड़ी में पूरा भारत देश एकजुट होकर इस समस्या से लड़ रहा है.इस त्रासदी में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स यानी बीएसएफ अपनी कर्तव्यनिष्ठा और जिम्मेदारियों का दोगुना निर्वहन कर रही है.
बीएसएफ के पंजाब फ्रंटियर की सभी बटालियनों के द्वारा अपने पाकिस्तानी सीमा की निगहबानी के साथ साथ अपने सीमा-क्षेत्र में सरहद पर रहने वाले गांव में फेस मास्क, खाना और राशन के साथ साथ अन्य जरूरी सामानों का वितरण भी किया जा रहा है.
सीमावर्ती इलाके के लोगों को कोरोना वायरस की महामारी से बचाने के लिए सीमा प्रहरियों द्वारा सोशल-डिस्टेंशिंग के साथ साथ लगातार हाथ साफ करने के लिए साबुन और सेनिटाइजर का इस्तेमाल करने के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है.
गेहूं की कटाई के लिए बॉर्डर-फैंस यानि तारबंदी के नजदीक और खेती के लिए आगे जाने वाले किसानों को इस महामारी से बचाने के लिए सभी तारबंदी गेटों व ड्यूटी पॉइंट्स पर किसानों एवं मजदूरों के हाथ साफ करने के लिए साबुन-पानी की सुविधा उपलब्ध कराई गई है.आपको बता दें कि इनदिनों पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में गेहूं की कटाई का सीजन है.ऐसे में पंजाब के किसान अपने खेतों में जा रहे हैं.इसीलिए बीएसएफ के जवान कोरोना वायरस से लड़ने में उनकी मदद कर रहे हैं.
खेती के लिए तारबंदी से आगे जाने वाले ट्रैक्टर आदि अन्य उपकरणों को भी सेनिटाइज करके भेजा जा रहा है. साथ ही किसानों को इस बात के लिए लगातार भरोसा दिलाया जा रहा है कि सीमा सुरक्षा बल सदैव हर संभव मदद के लिए तत्पर है.दरअसल, पाकिस्तान से सटे पंजाब में किसानों के खेत बॉर्डर फैंस के आगे भी हैं.क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुसार कोई भी देश जीरो-लाइन से करीब 500 मीटर पीछे ही तारबंदी कर सकता है.
खास बात ये है कि बीएसएफ के सीमा प्रहरियों ने अब तक स्वयं द्वारा तैयार किए गए फेस-मास्क सीमा क्षेत्र में रहने वाले किसानों और मजदूरों को वितरित किए हैं.साथ ही जरूरतमंद परिवारों को ड्राई-राशन और फूड पैकेट भी मुहैया कराये जा रहे हैं.बीएसएफ के मुताबिक, समस्त सीमा प्रहरी इस कार्य को लगातार जारी रखने के लिए सदैव प्रयासरत हैं.
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