Bangladesh Crisis News: बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल और फैली हिंसा के बीच उत्तर बंगाल से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बांग्लादेशी नागरिकों के समूह ने भारत में प्रवेश करने की कोशिश की. सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश के के जवानों की मदद से उन्हें भारतीय सीमा में एंट्री करने से पहले ही रोक दिया गया.


न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में सीमा सुरक्षा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "आज शाम को बांग्लादेशी नागरिकों का एक बड़ा समूह उत्तर बंगाल से लगी अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर कई जगहों पर इकट्ठा हुआ.


जानें BSF अधिकारी ने क्या कहा?


बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी ने आगे कहा कि वे सभी भारतीय इलाके में घुसने की कोशिश कर रहे थे. इस दौरान बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश, स्थानीय प्रशासन और बीएसएफ के जवानों की मदद से उन्हें तितर-बितर किया गया.


 






बांग्लादेश में क्यों शुरू हुए थे प्रदर्शन?


बांग्लादेश की हसीना सरकार से प्रदर्शनकारी विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को खत्म करने की मांग कर रहे थे, जिसके तहत 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वालों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत का आरक्षण दिया गया था. जहां प्रदर्शन की शुरुआत तो आरक्षण को लेकर हुई थी, लेकिन देखते हर देखते इसने सरकार विरोधी आंदोलन का रूप ले लिया. वहीं, इस आंदोलन में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, जिसके बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर भारत आना पड़ा.


भारत-बांग्लादेश के बीच कारोबार जल्द होगा बहाल


बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच 5 अगस्त (सोमवार) से बंद पड़ा भारत-बांग्लादेश कारोबार पश्चिम बंगाल में विभिन्न स्थलीय बंदरगाहों के जरिए आंशिक रूप से बहाल हो गया है. इस दौरान अधिकारियों ने बुधवार (7 अगस्त) को बताया कि दोनों देशों के बीच कारोबार के जल्द ही सामान्य होने की उम्मीद है. इस बीच बेनापोल सीएंडएफ स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव साजिदुर रहमान ने कहा, “दो स्थलीय बंदरगाहों के बीच बैठक हुई है. उम्मीद है कि कल तड़के 6 बजे व्यापार बहाल हो जाएगा.


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