Pakistani Drones Show Down: सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने बीते तीन हफ्तों में अब तक पाकिस्तान के कम से कम पांच ड्रोन को मार गिराया है. ये ड्रोन पंजाब में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पार से ड्रग्स ला रहे थे. रविवार (19 फरवरी) की सुबह पंजाब के गुरदासपुर जिले के घनियाके गांव में सीमा पर बाड़ के पास एक खेत से बीएसएफ ने लगभग 2.7 हेरोइन के साथ एक और ड्रोन बरामद किया.
अधिकारियों का कहना है कि 5 ड्रोन से कम से कम 10 किलो हेरोइन जब्त की गई है. अधिकारियों को जांच से भी पता चला है कि ड्रोन में इस्तेमाल की जाने वाली बैटरियां कराची स्थित एक कंपनी में बनाई गई थीं. पिछले साल सुरक्षाकर्मियों ने भारत में उड़ रहे ऐसे 22 ड्रोन को मार गिराया था. 2021 में ऐसा केवल एक मामला था, 2020 में ऐसा एक भी केस नहीं था और 2019 में बीएसएफ ने दो ड्रोन मार गिराए थे.
2019 में ड्रोन से शुरू हुई तस्करी
मई 2019 में बीएसएफ ने ड्रग कैरियर के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रोन का पहला मामला देखा था. इसी के बाद से बीएसएफ ने सीमा पर लगातार निगरानी को बढ़ाया. बीएसएफ की पंजाब सीमा इकाई के महानिरीक्षक आसिफ जलाल ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, "जवाबी कार्रवाई की तैनाती के बाद ड्रोन सीमा के 1 किमी के भीतर उड़ान भर रहे हैं. कई बार वो सेकंड के भीतर लौट आते हैं."
'ड्रॉप जोन पर काम कर रही है बीएसएफ'
जलाल ने आगे कहा, "इससे पहले, ड्रोन घुसपैठ के अधिकांश मामले अमृतसर और तरनतारन जिलों में हुए थे. अब स्थिति बदल गई है. हम सीमावर्ती इलाकों में ड्रॉप जोन पर फिर से काम कर रहे हैं. सैनिकों की तैनाती से बीएसएफ को तस्करों पर दबाव बनाने में मदद मिली है और हम पिछले दो वर्षों में कई मामलों का भंडाफोड़ करने में सफल रहे हैं."
जानकारी देने वाले को 1 लाख का इनाम
आसिफ जलाल ने बताया कि हमने सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों के लिए 1 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की है, जो हमें ड्रोन घुसपैठ के बारे में सूचित करते हैं. हम उनकी पहचान को गोपनीय रखते हैं. बता दें कि अब तक गिराए गए ड्रोन के मामलों के विश्लेषण से पता चलता है कि ड्रोन का इस्तेमाल मुख्य रूप से हेरोइन की तस्करी के लिए होता है. पिछले साल दिसंबर में सिर्फ एक मामले में अफीम की तस्करी हुई थी. जांच से ये भी पता चला कि ड्रोन रात में उड़ाए जाते हैं और 2-10 किलोग्राम तक वजन ले जा सकते हैं.
तस्करों को पाकिस्तानी सेना का समर्थन?
2022 में 22 मामलों में से 9 ड्रोन अमृतसर स्टेशन मुख्यालय के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में शूट किए गए, जबकि आठ फिरोजपुर में थे. दोनों जगहों पर अलग-अलग गांवों को ड्रॉप-ऑफ जोन के तौर पर इस्तेमाल किया गया. बीएसएफ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, "हमने देखा है कि ड्रोन भारत में 2-3 किमी तक उड़ सकते हैं... अगर तस्कर हर पखवाड़े में 4-5 ड्रोन उड़ा रहे हैं, तो वहां (पाकिस्तान) सुरक्षा बलों के समर्थन के बिना यह संभव नहीं है."
ड्रग्स के साथ हथियारों की भी सप्लाई
ड्रोन सिर्फ ड्रग्स नहीं ले जा रहे हैं. बीएसएफ ने पिछले दो महीनों में कम से कम दो मामलों में हथियारों को ले जा रहे ड्रोन को भी मार गिराया है. पिछले हफ्ते एक मामले में हेरोइन के साथ, फिरोजपुर सेक्टर में एक ड्रोन से चीन निर्मित पिस्तौल और कारतूस बरामद किए गए थे. बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, "बीएसएफ ने अपने कर्मियों को ड्रोन-आधारित तस्करी के प्रयासों का पता लगाने और प्रतिक्रिया देने के लिए प्रशिक्षित किया है. हम सहयोगी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और खुफिया जानकारी साझा कर रहे हैं.