नई दिल्ली: बीएसएफ के जवान तेज बहादुर के मामले में प्रधानमंत्री कार्यालय ने गृह मंत्रालय से रिपोर्ट मांगी है. तेज बहादुर ने फेसबुक पर वीडियो जारी कर खराब खाना दिए जाने की शिकायत की थी. यह वीडियो वायरल हो गई है. इसके बाद सीआरपीएफ के जवान जीत सिंह ने भी इसी तरह का आरोप लगाते हुए पीएम मोदी से गुहार लगाई थी.




BSF जवान तेज बहादुर का नया आरोप- शिकायत वापस लेने के लिए बनाया जा रहा है दबाव

BSF जवान के बाद अब CRPF के जवान ने सुविधाओं को लेकर उठाए सवाल

अब तक क्या-क्या हुआ

  • तेज बहादुर की पत्नी ने कल मीडिया में ऑडियो जारी कर आरोप लगाया है कि बीएसएफ जांच का दिखावा कर रही है और तेजबहादुर पर आरोप वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. तेजबहादुर की पत्नी ने कहा है कि अगर उनके पति को कुछ हुआ तो सरकार जिम्मेदार होगी.

  • जवान तेज बहादुर की पत्नी के इन आरोपों पर बीएसएफ का पक्ष नहीं आया है.

  • तेज बहादुर का दूसरी यूनिट में ट्रांसफर कर दिया गया है, जहां उन्हें प्लंबर का काम दिया गया है.

  • प्लंबर का दिए जाने पर आलोचना के बाद बीएसएफ ने कहा कि तेज बहादुर को कोई सजा नहीं दी गई है. निष्पक्ष जांच के लिए उसे अलग यूनिट में रखा गया है. तेज बहादुर के साथ न्याय होने की बात कही गई है.

  • बीएसएफ में खराब खाने की पोल खोलने वाले जवान तेज बहादुर को अब दूसरी यूनिट में भेज दिया गया है. जबकि मेस कमांडेट को छुट्टी पर भेज दिया गया है.

  • बीएसएफ की तरफ से बताया गया है कि तेज बहादुर यादव को अनुशासनहीनता और एक वरिष्ठ अधिकारी पर बंदूक तानने के लिए 2010 में कोर्ट मार्शल किया जा चुका है.

  • पिछले बीस साल की सेवा में तेज बहादुर यादव को चार बार कड़ी सजा मिल चुकी है, जिसके तहत उन्हें क्वार्टर गार्ड में भी रखा जा चुका है.

  • तेज बहादुक पर नशे में ड्यूटी करना, सीनियर का आदेश न मानना, बिना बताए ड्यूटी से गायब रहना और कमांडेंट पर बंदूक तानने तक का भी आरोप लगा था.

  • एबीपी न्यूज से बात करते हुए तेज बहादुर मानते हैं कि उन्हें सजा मिल चुकी है, लेकिन वह ये भी दावा कर रहे हैं कि उन्हें 16 बार सम्मानित भी किया जा चुका है.