पाकिस्तान बेनकाब, BSF के एनकाउंटर में मारे गए दो तस्करों को अपना माना
खुद को फंसता देख मजबूरन पाकिस्तान मारे गए तस्करों को अपना नागरिक मानने को तैयार हुआ और ना चाहकर भी पहली बार घुसपैठियों के शव को स्वीकार किया.
अमृतसर: सीमा पार से ड्रग्स की तस्करी कराने वाला पाकिस्तान अब बेनकाब हो चुका है. भारत के सबूत सौंपने के बाद पाकिस्तान मुठभेड़ में मारे गए तस्करों का शव लेने को मजबूर हो गया है. इन तस्करों के पास 20 करोड़ की हेरोइन बरामद हुई थी.
सरहद पार से घुसपैठ कराकर हिंदुस्तान में नशे की खेप भेजना पाकिस्तान का पुराना दस्तूर है, लेकिन पड़ोसी की ये चालबाज़ फितरत इस बार खुद उस पर ही भारी पड़ गई.
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#WATCH BSF handed over mortal remains of 2 Pak infiltrators to Pak Rangers;The 2 infiltrators were killed in Punjab's Ajnala sector y'day pic.twitter.com/sNAamTEfuZ
— ANI (@ANI) September 21, 2017
दरअसल अमृतसर के अजनाला सेक्टर में बीएसएफ ने दो घुसपैठियों को ढेर किया था. फ्लैग मीटिंग में पाकिस्तान ने तस्करों को अपना नागरिक नहीं माना और शव लेने से इनकार कर दिया, लेकिन जब बीएसएफ़ ने पाकिस्तान के सामने सबूतों को पुलिंदा रखा तो पाकिस्तानी रेंजर्स की बोलती बंद हो गई.
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मारे गए घुसपैठियों के पास हथियार के साथ-साथ 20 हज़ार पाकिस्तानी रुपये, पाकिस्तानी मोबाइल और पाकिस्तान का ही सिम कार्ड बरामद हुआ है. खुद को फंसता देख मजबूरन पाकिस्तान मारे गए तस्करों को अपना नागरिक मानने को तैयार हुआ और ना चाहकर भी पहली बार घुसपैठियों के शव को स्वीकार किया.
हालांकि जानकार मानते हैं कि इस घटना से शर्मिंदा होने की बजाय पाकिस्तान फिर से कोई नई साज़िश रचेगा. हिंदुस्तान में नशे की खेप भेजना पाकिस्तान के टेरर प्लान का ही हिस्सा है, लेकिन पाकिस्तान हमेशा इऩ आरोपों से इनकार करता रहा हैं. ऐसे में बीएसएफ की ये कार्रवाई आतंक के मास्टरमाइंड मुल्क के ख़िलाफ़ बड़ी कूटनीतिक जीत है.