लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केंद्र सरकार से मांग की है कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को नवंबर तक नहीं बल्कि कोरोना महामारी का प्रकोप रहने तक जारी रखा जाए.
बुधवार को किए एक ट्वीट में मायावती ने कहा, 'कोरोना वायरस व उसके कारण लॉकडाउन की पाबन्दी और बेरोजगारी आदि की जबरदस्त मार से पीड़ित देशवासियों को भुखमरी की असहनीय स्थिति से बचाने के लिए ‘पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना’ नवम्बर तक नहीं बल्कि देश में कोरोना वायरस का प्रकोप रहने के जारी रहनी चाहिए, बसपा की यह माँग है.
देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने नवंबर तक गरीब कल्याण अन्न योजना जारी करने की घोषणा की थी
गौरतलब है कि मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर माह तक पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना जारी रहने की घोषणा की थी. इस योजना का लाभ उन्हीं लोगों को मिलता है, जो पहले से ही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा स्किम के लाभार्थी रहे हैं. इस स्किम के तहत 81 करोड़ लाभार्थियों को हर महीने 5 किलो अनाज सस्ते दर पर दिया जाता है. ग़रीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाला मुफ़्त अनाज सस्ते अनाज के अतिरिक्त दिया जाता है.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांंधी मे लिखी थी योजना को जारी रखने की पीएम को चिठ्ठी
इस योजना को सितंबर तक बढ़ाने की लगातार मांग उठ रही थी. अबतक बीजेपी शासित गुजरात, कर्नाटक और मध्य प्रदेश समेत 21 राज्य इस स्कीम को सितंबर तक बढ़ाने की मांग कर चुके हैं. इतना ही नहीं , कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी पीएम को इस बारे में पत्र लिख चुकी हैं. 18 जून को वन नेशन वन राशन कार्ड के मुद्दे पर 14 राज्यों के खाद्य मंत्रियों के साथ हुई बैठक में खाद्य मंत्री रामविलास पासवान ने इसे बढ़ाने का संकेत भी दे चुके हैं. ज़ाहिर है पीएम ने योजना को छठ पूजा यानी नवम्बर तक बढ़ा के एक तीर से दो शिकार करने की कोशिश की है.
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