लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने समाजवादी पार्टी (एसपी) को बड़ा झटका देते हुए अगले उपचुनावों में समाजवादी पार्टी का साथ नहीं देने का ऐलान किया है. मायावती की पार्टी बीएसपी ने बयान जारी कर कहा है कि गोरखपुर और फूलपुर उपचुनाव की तरह किसी भी उपचुनाव में वो सक्रिय हिस्सा नहीं लेगी.


अखिलेश के लिए झटका इसलिए है क्योंकि कैराना लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है और बीएसपी का संकेत साफ है कि इसमें एसपी की मदद नहीं करेगी. हालांकि मायावती 2019 लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मात देने के लिए समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है.


सोमवार को बीएसपी की ओर से जारी किये गये बयान के मुताबिक मायावती ने कहा ''बीएसपी अब आगामी किसी भी उपचुनाव में गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव की तरह सक्रिय भागीदारी नहीं करेगी. बीएसपी को अब अपनी पूरी ताकत सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने, संगठन को बूथ स्तर तक मजबूत बनाने और लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगानी है और हालात को पूरी तरह से अपने पक्ष में करने का पूरे जी-जान से प्रयास करना है.''


मायावती ने 13 मॉल एवेन्यू स्थित अपने निवास पर आयोजित बैठक के बाद मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, "बीजेपी सरकारों में दलित व पिछड़ा वर्ग जीवन के हर क्षेत्र में और भी ज्यादा पिछड़ते चले जा रहे हैं. यही कारण है कि पिछले 65 वर्षो में बीजेपी और आरएसएस को सत्ता से दूर रखा गया."


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मायावती ने बीजेपी सरकार को संकीर्ण, जातिवादी व सांप्रदायिक करार देते हुए कहा कि बाबा साहेब के सपनों का भारत बीजेपी और आरएसएस एंड कंपनी के राज में कभी नहीं बन सकता.


उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 'मन की बात' में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम का जो इस्तेमाल किया, वह केवल ढोंग व नाटकबाजी है. मोदी सरकार के साढ़े चार साल के कार्यकाल में विशेषकर दलितों के लिए बहुत नाटक व ढोंग हो चुका है.''


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