'कांग्रेस ने माफी मांगकर मायावती को बनाया होता PM उम्मीदवार तो...' इंडिया गठबंधन में फूट पर बोले BSP सांसद
Malook Nagar: कांग्रेस इंडिया गठबंधन में शामिल सबसे बड़ी पार्टी है. यही वजह है कि जहां-जहां सहयोगी गठबंधन छोड़ रहे हैं, वहां-वहां कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है.
INDIA Alliance: विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन में फूट पड़ चुकी है. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने साथ छोड़ा है, तो पंजाब में आम आदमी पार्टी (आप) ने. इसी तरह से वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर ने भी कह दिया है कि इंडिया गठबंधन टूट चुका है. इंडिया में इस फूट के लिए कांग्रेस पार्टी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है और ऐसा ही कुछ बीएसपी सांसद मलूक नागर का भी कहना है.
मलूक नागर ने कहा, 'तथाकथित इंडिया गठबंधन में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है. अगर उन्होंने समझदारी से काम लिया होता और अपने सहयोगियों को एकजुट करते, अगर उन्होंने विधायकों की खरीद-फरोख्त के लिए माफी मांगी होती और हमारी नेता मायावती को पीएम उम्मीदवार बनाया होता, तो आज स्थिति बिल्कुल अलग होती.' उन्होंने कहा, 'चुनाव में मुकाबला बराबरी का होता, भले ही कांग्रेस कुछ भी कहे, माहौल बिल्कुल साफ दिख रहा है.'
#WATCH | Delhi: BSP MP Malook Nagar says, " Congress was the biggest party in the so-called INDIA alliance, if they had worked with understanding and united their partners, if they had apologised for poaching MLAs and had made our leader Mayawati PM candidate, then the situation… pic.twitter.com/klfOAkBMi6
— ANI (@ANI) February 2, 2024
बिखर रहा इंडिया गठबंधन
विपक्षी दलों ने पिछले साल इंडिया गठबंधन बनाया. उन्हें उम्मीद थी कि वे इसके जरिए बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को लोकसभा चुनाव में टक्कर देंगे. हालांकि, ये गठबंधन अपनी उम्मीदों पर खरा उतरता हुआ नजर नहीं आ रहा है. इसकी वजह ये है कि कई राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर पेंच फंसा है, जिसके बाद उन राज्यों के क्षेत्रीय दलों ने गठबंधन से दूरी बनाना शुरू कर दिया है. बंगाल से लेकर पंजाब तक में गठबंधन में तकरार की स्थिति देखने को मिली है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पिछले महीने कहा था कि कांग्रेस को सीट बंटवारे का प्रस्ताव दिया गया, जिससे उन्होंने इनकार किया. इस वजह से हमने बंगाल में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है. जिस दिन ममता ने ये बात कही, उसी दिन पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी अपने राज्य में लोकसभा सीटों पर आम आदमी पार्टी के अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया. यहां पर भी कांग्रेस संग सीट बंटवारे को लेकर बात नहीं चल रही थी.
बिहार जैसे राज्यों में सबकुछ ठीक चल रहा था, मगर नीतीश कुमार पिछले हफ्ते अपनी पार्टी जेडीयू के साथ एनडीए में शामिल हो गए. इस तरह यहां पर भी गठबंधन कमजोर हुआ है. नीतीश के पाला बदलना इंडिया गठबंधन के लिए बड़ा झटका माना गया. उत्तर प्रदेश में स्थिति थोड़ी सुधरी हुई नजर आ रही है, जहां समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे पर समझौता हो गया है. यहां कांग्रेस को 11 सीटें दी गई हैं.
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