बजट पेश करने के दौरान जब वित्त मंत्री सदन में की शायरी, बजी तालियां
नई दिल्ली: अपने गंभीर व्यक्तित्व के लिए मशहूर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बजट पेश करने के दौरान खूब शायरी पढ़ी, जिसे सुन उनके पार्टी के लोग मुस्कुराए भी और बेंच को थपथपा कर जेटली की सराहना भी की. बजट के शुरुआत में जेटली ने एक शेर पढ़ा,
इस मोड़ पर घबराकर न थम जाइए आप जो बात नई उसे अपनाइए आप
डरते हैं नई राह पर क्यूं चलने से हम आगे आगे चलते हैं आइए आप''
बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री सदन में मौजूद लोगों को ना सिर्फ सरकार के द्वारा किए गए काम को गिना रहे थे, बल्कि बीच-बीच में शेर भी पढ़ रहे थे. यह पहला मौका है जब अरुण जेटली को इस अंदाज में देखा जा रहा है. वित्त मंत्री ने एक और शेर पढ़ा:-
नई दुनिया है, नया दौर है, नई है उमंग कुछ थे पहले के तरीके, तो कुछ है आज के रंग ढंग रोशनी आके अंधेरों से जो टकराई है, काले धन को भी बदलना पड़ा आज अपना रंग"
जेटली ने बजट पेश करने के दौरान युवाओं के प्रगति पर जोर देते हुए कहा कि हमारी सरकार का मकसद युवाओं को आगे ले जाना है.