नौकरी करने वाले लोगों के लिए कुछ ऐसा रहा मोदी सरकार का बजट
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया. चुनावी साल का ये बजट पूरी तरह गरीबों और किसानों के लिए रहा. सरकार ने जहां इनके लिए सौगातों की झड़ी लगा दी वहीं टैक्स के बोझ तले दबे मिडिल क्लास को कोई राहत नहीं दी.
नई दिल्ली: मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट पेश किया. चुनावी साल का ये बजट पूरी तरह गरीबों और किसानों के लिए रहा. सरकार ने जहां इनके लिए सौगातों की झड़ी लगा दी वहीं टैक्स के बोझ तले दबे मिडिल क्लास को कोई राहत नहीं दी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का ध्येय 'सामाजिक न्याय' है और केंद्रीय बजट में इस बात का पूरा ध्यान रखा गया है. उन्होंने कहा कि इसमें कमजोर वर्गों के कल्याण के बारे में केवल बातें नहीं कही गई है बल्कि इन पर अमल करने का ठोस मार्ग भी प्रस्तुत किया गया है.
नौकरीपेशा लोगों को लिए कुछ ऐसा रहा बजट - न आयकर छूट की सीमा बढ़ी - न टैक्स स्लैब में कोई बदलाव हुआ - राहत सिर्फ इतनी कि 40 हजार का स्टैंडर्ड डिडक्शन होगा - यानी कुल आमदनी में से 40 हजार कम करके टैक्स लगेगा - लेकिन 15 हजार के मेडिकल बिल पर मिलने वाली छूट बंद हो गई - 19200 रुपए का ट्रांसपोर्ट भत्ता भी खत्म हो गया - शिक्षा और स्वास्थ्य सेस 3 से बढ़कर 4 प्रतिशत हो गया
यानी मिडिल क्लास को हर तरह से सिर्फ झटका ही लगा है. यहां ये ध्यान देना जरूरी है कि देश में करीब 55 करोड़ लोग मिडिल क्लास यानी निम्न और मध्यम आय वर्ग वाले हैं. 2014 में मिडिल क्लास के करीब 32 फीसदी लोगों ने मोदी सरकार को वोट दिया था जबकि 20 फीसदी वोट कांग्रेस के पास गए थे.
अमित शाह ने की तारीफ भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को पेश केंद्रीय आम बजट 2018-19 की तारीफ करते हुए कहा कि इससे गरीबों की आकांक्षाओं को पंख लग जाएंगे. शाह ने ट्वीट किया, "इस बजट से गरीबों की आकांक्षाओं को पंख लग जाएंगे. नए भारत के बजट से सही मायने में समाज के सभी वर्ग सशक्त होंगे और उनकी समृद्धि होगी."
राहुल गांधी ने की निंदा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार के केंद्रीय बजट पर निशाना साधा और कहा कि चार वर्षो तक सत्ता संभालने के बाद सरकार किसानों को उचित मूल्य देने का वादा और बिना फंड के ही लुभावने वादे कर रही है. राहुल ने कहा कि 'शुक्र है' कि भाजपा नीत गठबंधन सरकार का केवल एक साल शेष है. कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट किया, "चार वर्ष गुजर गए, वे अब भी किसानों को उचित मूल्य देने का वादा कर रहे हैं. लुभावने वादे कर रहे हैं, जिसका लिए धन उपलब्ध नहीं है. चार वर्ष गुजर गए, युवाओं को रोजगार नहीं मिला. शुक्र है, अब केवल एक वर्ष बचा है."