नई दिल्ली: किसानों ने सरकार से प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों और डेयरी उत्पादों पर 5 फ़ीसदी जीएसटी लगाने की मांग की है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक में किसानों के प्रतिनिधियों ने  कृषि क्षेत्र में और ज़्यादा निवेश करने की भी सलाह दी. वहीं औद्योगिक जगत ने सरकार से इनकम टैक्स की दर को कम करने और उसे तार्किक बनाने की भी सलाह दी.


सरकार ने अर्थव्यवस्था से जुड़े लोगों से फीडबैक लेना शुरू किया


बजट पेश करने के पहले सरकार ने अर्थव्यवस्था से जुड़े अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों से फीडबैक लेना शुरू कर दिया है. हर बजट से पहले होने वाली ऐसी नियमित बैठकों का सिलसिला मंगलवार को शुरू हुआ. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कल दो क्षेत्रों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की.


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कृषि और किसानों से जुड़ी पहली बैठक में किसानों ने सरकार के सामने मुख्य तौर पर दो मांगें रखीं, जिसमें प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों और डेयरी उत्पादों पर 5 फ़ीसदी की दर से एक समान जीएसटी लगाने के साथ-साथ कृषि में निवेश बढ़ाने की मांग शामिल है.


 व्यापार जगत ने सरकार को दी इनकम टैक्स की दरें कम करने की सलाह


इसी तरह की दूसरी बैठक में फिक्की और सीआईआई जैसे व्यापार जगत से जुड़े प्रतिनिधि शामिल हुए. व्यापार जगत से जुड़े लोगों ने अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार को बढ़ाने के लिए सरकार से इनकम टैक्स की दरों को तार्किक बनाते हुए कम करने की सलाह दी ताकि बाज़ार में मांग बढ़ सके और औद्योगिक उत्पादन में तेज़ी आ सके.


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